'अब्दुल्ला साहब! आप आतंकियों को बिरयानी खिलाते रहें लेकिन...', अफजल गुरु को लेकर NC पर जमकर बरसे अमित शाह
अमित शाह ने उधमपुर में रैली को संबोधित करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेकां अफजल गुरु की फांसी का विरोध कर रही है जिसने देश की संसद पर हमला करवाया था। शाह ने कहा कि कांग्रेस-नेकां जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद लाना चाहते हैं। उन्होंने उमर अब्दुल्ला पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आप आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते रहिए।
अमित माही, उधमपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को उधमपुर के चिनैनी विधानसभा के केवी मैदान में आयोजित विजय संकल्प महारैली में भाजपा प्रत्याशी बलवंत सिंह मनकोटिया के लिए और उधमपुर के मोदी मैदान में उधमपुर पूर्व से भाजपा प्रत्याशी आरएस पठानिया व ऊधमपुर पश्चिम से भाजपा उम्मीदवार पवन गुप्ता के लिए जनसमर्थन जुटाया।
धारा 370 और विपक्ष पर हमला शाह ने धारा 370 के समाप्त होने का उल्लेख करते हुए कहा आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में ऐसा चुनाव हो रहा है, जिसमें न धारा 370 है और न ही अलग झंडा। उन्होंने कहा हमारे अध्यक्ष पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान नहीं चलेंगे, और मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को इसे खत्म कर दिया।
एनसी और पीडीपी पर साधा निशाना
अमित शाह ने कांग्रेस, एनसी, और पीडीपी पर आरोप लगाते हुए कहा इन दलों ने जम्मू-कश्मीर को आतंक में झोंकने का काम किया। 40 वर्षों तक यहां आतंकवाद फैला, जिसमें 40 हजार लोग मारे गए।सिनेमा हॉल बंद, मुहर्रम नहीं होता। था। उमर और राहुल कह रहे हैं कश्मीर में लोकतंत्र लाएंगे। 70 वर्षों तक कश्मीर के लोकतंत्र को अब्दुल्ला, गांधी और मुफ्ती तीन परिवार ने बांध कर रखा।
आतंक को पाताल में कर दिया है दफन: शाह
शाह ने फारूक अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा जब जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था, तो फारूक लंदन भाग गए। एनसी, पीडीपी, कांग्रेस जम्मू कश्मीर में फिर से आतंकवाद लाना चाहते हैं। किसी की ताकत नहीं जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फिर से आए। यहां मोदी सरकार है और आतंकवाद को पाताल तक दफन कर दिया जाएगा। कोई भी ताकत इसे वापस नहीं ला सकेगी।मोदी सरकार के आने के बाद, धारा 370 हटाई गई और अब यहां न पत्थरबाजी है, न बम धमाके और न ही गोलियां चलती हैं। देश के पूर्व गृह मंत्री शिंदे जी महाराष्ट्र में कहा कि गृह मंत्री होते हुए लाल चौक जाने से डरते थे।शाह ने कहा शिंदे साहब आज पोती-पोतों के साथ लेकर आ जाइये, बुलेट प्रूफ गाड़ी की जरूरत नहीं है। लाल चौक में तिरंगा फहराने के लिए संघर्ष करना पड़ता था। आज घर-घर तिरंगा का कार्यक्रम जम्मू कश्मरी सफल हुआ है। लाल चौक पे गणपति उत्सव , मुहर्रम और जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी जाती है, कहीं से गोली नहीं चलती।
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