Udhampur : भाजपा की ऊधमपुर के बागी पार्षदों को चेतावनी- प्रस्ताव से पीछे हटें या पार्टी छोड़ें, जम्मू तलब किया
अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने में शामिल भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले तीन और बाद में भाजपा में शामिल हुए एक पार्षद को अनुशासनहीनता के लिए भाजपा अनुशासन समिति की ओर से कारण बताओ नोटिस एवं विप जारी किया।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Wed, 21 Sep 2022 02:07 PM (IST)
ऊधमपुर, जागरण संवाददाता : पार्टी की अनुमति या सहमति के बिना ऊधमपुर नप अध्यक्ष डॉ. जोगेश्वर गुप्ता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में शामिल चारों भाजपा पार्षदों सहित सभी 11 भाजपा पार्षदों को पार्टी हाई कमान ने जम्मू बुलाया है। जहां पर चारों बागी भाजपा पार्षदों की क्लास लेने के साथ इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास पार्टी के वरिष्ठ नेता कर रहे हैं।
भाजपा के चार पार्षदों के साथ मिल कर एक सितंबर को पहली बार डॉ. जोगेश्वर गुप्ता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। मगर एक्ट के मुताबिक कई खामियां होने के चलते नप अध्यक्ष और तत्कालीन सीईओ ने इस पर कोई बैठक नहीं बुलाई। जिसके 9 सितंबर को एक बार फिर से भाजपा के चार बागी पार्षदों ने फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाया।
अध्यक्ष के बैठक बुलाने के समय के पहले ही नप के सीईओ अमित चौधरी का तबादला हो गया। उनकी जगह नए सीईओ ने कार्यभार संभाल लिया। पद संभालने के साथ ही अध्यक्ष ने इस बार पहला अविश्वास प्रस्ताव वापिस लिए बिना फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कहते हुए सीईओ को पत्र लिख लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को नियमों के खिलाफ होने की बात कहते हुए बैठक न बुलाने की जानकारी दी।
दूसरे अविश्वास प्रस्ताव में अध्यक्ष और सीईओ द्वारा फ्लोर टेस्ट के लिए बैठक बुलाने के अंतिम दिन तक बैठक न बुलाए जाने पर बीते सोमवार को सभी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इस मुद्दे को लेकर डीसी दफ्तर के अंदर जमीन पर बैठ कर धरना देने पर कुछ पार्षदों और डीसी में कहा सुनी भी हुई। जिसके बाद पार्षद बाहर लौट आए और नगर परिषद कार्यालय में बैठ गए। शाम को अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर निदेशक और लॉ अधिकारी से चर्चा करने के बाद जम्मू से लौटे सीईओ दिलीप अबरोल ने 22 सितंबर को गुप्त मतदान प्रक्रिया से फ्लोर टेस्ट कराने की घोषणा की।
वहीं सोमवार देर शाम दूसरी तरफ अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने में शामिल भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले तीन और बाद में भाजपा में शामिल हुए एक पार्षद को अनुशासनहीनता के लिए भाजपा अनुशासन समिति की ओर से कारण बताओ नोटिस एवं विप जारी किया। जिसमें दो दिनों में अनुशानहीनता के लिए पार्टी से निष्कासित न करने की वजह बताने को कहा गया। इसके साथ चारों को अविश्वास प्रस्ताव से पीछे हटने या निष्कासन झेलने की चेतावनी दी गई। इसके साथ पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पार्षदों को चेताया गया कि निष्कासन के साथ नगर परिषद में वह पार्षद का पद भी खो देंगे। इस नोटिस पर पार्षदों को सोमवार शाम तक अपना जवाब देना है।
अविश्वास प्रस्ताव के चलते वीरवार को नप अध्यक्ष डॉ. जोगेश्वर गुप्ता का फ्लोर टेस्ट होना है। मगर इससे पहले ही नप अध्यक्ष डॉ. जोगेश्वर गुप्ता सहित उनके समर्थक पार्षदों व चारों बागी पार्षदों को पार्टी के उच्चाधिकारियों ने बैठक के लिए जम्मु बुलाया है। सभी पार्षद इस बैठक में पहुंच चुके हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस मुद्दे को हल करने के लिए बागी पार्षदों व नप अध्यक्ष व उनके समर्थकों से बातचीत कर रहे हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बैठक के बाद चारों बागी पार्षद अविश्वास प्रस्ताव से खुद को अलग करते हैं या फिर अध्यक्ष को कुर्सी से हटाने की अपनी जिद को पूरी करने के लिए पार्टी से निष्कासन स्वीकार करते हैं। बैठक खत्म होने के बाद काफी हद तक स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
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