Amarnath Yatra 2024: हेलीकॉप्टर सेवा हुई महंगी, अब श्रद्धालुओं को देने होंगे इतने रुपये अधिक, जानिए कितना है किराया? ऑनलाइन बुकिंग शुरू
Amarnath Yatra Helicopter Fare अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। इस बार श्रद्धालुओं को झटका लगा है। उन्हें हेलीकॉल्टर के लिए अब 450 से 700 रुपये तक अधिक देने होंगे। हेलीकॉप्टर के किराये में बढ़ोतरी कर दी गई है। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है। इस स्टेप्स को फॉलो कर आप ऑनलाइन हेलीकॉप्टर बुक करा सकते हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर जारी तैयारियों के बीच श्रद्धालुओं के लिए हेलीकाप्टर सेवा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है। इस बार भी यात्रा के दोनों मार्गों बालटाल व पहलगाम से हेलीकाप्टर सेवा उपलब्ध होगी। बालटाल रूट से नीलग्राथ-पंजतरणी-नीलग्राथ और पहलगाम रूट से पहलगाम-पंजतरणी-पहलगाम हेलीकाप्टर सेवा उपलब्ध रहेगी।
हालांकि, पिछले वर्ष से इस बार श्रद्धालुओं को एकतरफा 450 से 700 रुपये अधिक किराया देना होगा। श्री अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है, जो 19 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी। पहलगाम से पंजतरणी तक एक तरफ का किराया 4900 रुपये और दो तरफ का किराया 9800 रुपये होगा। इसी तरह नीलग्राथ से लेकर पंजतरणी तक का एक तरफ का किराया 3250 रुपये और दोनों तरफ का 6500 रुपये रखा गया है।
नहीं होगा कोई बिचौलिया
बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट जेकेएसएएसबी डाट एनआइसी डाट इन पर जाकर हेलीकाप्टर सेवा की आनलाइन बुकिंग करवाई जा सकती है। श्राइन बोर्ड के अनुसार, श्रद्धालुओं को आफलाइन टिकट या प्राथमिकता उपलब्ध नहीं होगी, इसलिए बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी। इसमें कोई बिचौलिया नहीं होगा।
बता दें कि पिछले वर्ष नीलग्राथ-पंजतरणी का एक तरफ का किराया 2800 रुपये और दोनों तरफ का 5600 रुपये था। वहीं, पहलगाम-पंजतरणी का एक तरफ का किराया 4200 रुपये व दोनों तरफ का 8400 रुपये था। बुकिंग के बाद हेलीकाप्टर सेवा का इस्तेमाल करते समय श्रद्धालु के पास स्वास्थ्य प्रमाणपत्र होना चाहिए।
पास में रखना होगा ये आईडी
पंजतरणी हेलीपैड से पवित्र गुफा तक और वापस यात्रा में काफी समय लगता है, इसलिए हेलीकाप्टर सेवा का लाभ उठाने वाले यात्री के लिए आने-जाने के बीच उपलब्ध स्लाट कम से कम छह घंटे के अंतराल के साथ दिखाई देंगे।
हर यात्री को यात्रा के दौरान अपने साथ अपना मूल फोटो पहचान प्रमाण पत्र साथ रखना होगा। श्रद्धालुओं को बुक किए गए स्लाट के समय से कम से कम 30 मिनट पहले संबंधित हेलीपैड पर पहुंचना होगा। वहीं, श्रीनगर और नीलग्राथ के बीच चार्टर बुकिंग भी उपलब्ध रहेगी।
सेवादारों के बैठने की अनुमति दी जाए
यात्रा के दौरान लंगर सेवा की तैयारियां भी जोरों पर हैं, लेकिन लंगर सामग्री के ट्रकों में सेवादारों को बैठने की अनुमति न मिलने से लंगर संगठन परेशान हैं। लंगर संगठनों की श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड से मांग है कि सेवादारों को ट्रकों में बैठने की अनुमति दी जाए।
बाबा बर्फानी लंगर आर्गेनाइजेशन के प्रधान राजन गुप्ता ने कहा कि सेवादारों को राशन सामग्री के ट्रकों में बैठकर यात्रा के आधार शिविरों में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह से सेवादारों के पहुंचने में बहुत मुश्किल हो जाएगी। बता दें कि देशभर से कई संगठन श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाते हैं।
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