Jammu Kashmir News: रामबन में शख्स की मिली खोपड़ी, करीब एक महीने से था लापता, मचा हड़कंप
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में 13 अगस्त को लापता हुए एक व्यक्ति की खोपड़ी मिली है। पुलिस को संदेह है कि उसकी हत्या आतंकवादियों ने की है। खोपड़ी के साथ ही जूते और कपड़े भी मिले हैं। पुलिस ने खोपड़ी को डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए भेज दिया है। अन्य कोई अंग वहां से बरामद नहीं हुए हैं। इसलिए पुलिस ने खोपड़ी की डीएनए प्रोफाइलिंग कराने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के बटोत थाना क्षेत्र में 13 अगस्त को लापता हुए एक व्यक्ति की खोपड़ी बरामद हुई है। पुलिस को संदेह है कि उसकी हत्या आतंकवादियों द्वारा की गई है। इस घटना से जुड़े कुछ साक्ष्य भी पुलिस के हाथ लगे हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि हत्या आतंकी हमले के दौरान हुई हो सकती है।
एसएसपी रामबन कुलबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 12 अगस्त को तीन-चार लोगों का एक समूह शोक व्यक्त करने के लिए किसी के घर गया था। लौटते समय, मान सिंह अपने मवेशियों को देखने तालाब के पास चला गया, जबकि बाकी लोग अपने घर लौट आए।
जब मान सिंह देर रात तक घर नहीं लौटा तो 13 अगस्त को परिवारवालों ने उसकी तलाश शुरू की। जब उसका कोई सुराग नहीं मिला, तो शाम को बटोत थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
24 दिनों तक कोई पता नहीं चला था
इसके बाद पुलिस, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने लगातार 24 दिनों तक उसकी खोजबीन जारी रखी, लेकिन मान सिंह का कोई पता नहीं चला। शनिवार को मान सिंह के कुछ रिश्तेदार उसी स्थान पर उसकी तलाश कर रहे थे, जहां से वह लापता हुआ था।
अचानक, उन्हें पास ही एक खोपड़ी, जूते और कपड़े मिले। परिवार वालों ने मान सिंह के कपड़े और जूते की पहचान की और तुरंत बटोत पुलिस को सूचना दी। बटोत पुलिस मौके पर पहुंची और खोपड़ी को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने इसे अस्पताल के शवगृह में रखवाया है।
सुरक्षाबलों-आतंकियों के बीच हुई थी मुठभेड़
एसएसपी कुलबीर सिंह ने बताया कि मान सिंह की हत्या आतंकियों द्वारा किए जाने की संभावना है, क्योंकि उसके लापता होने के दो दिन बाद उसी क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। उस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था और कुछ सेना के जवान भी शहीद हुए थे।
एसएसपी ने कहा यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं बहुत कम हुई हैं। सुरक्षा बलों को सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मामले की जांच चल रही है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस घटना में कितने लोग शामिल थे, यह साफ हो जाएगा।उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस सेना और अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि इस तरह की घटनाएं फिर से न हों। जनता को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि सुरक्षा बल उनके साथ खड़े हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।