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JK News: ट्रेन से कश्मीर के सफर का सपना अब और करीब... इन स्टेशनों के बीच इसी माह शुरू हो सकता है परिचालन

बनिहाल से सुंबड़ तक जल्द रेल परिचालन शुरू के उद्देश्य से प्रक्रियाएं काफी तेज हो गई हैं। ट्राली चलाकर कई बार निरीक्षण किया जा चुका है। खड़ी और सुंबड़ में रेलवे स्टेशनों की इमारतें बनकर तैयार हो चकी हैं। दोनों स्टेशनों पर पब्लिक इंफार्मेंशन सिस्टम (पीआइएस) लगा कर उसकी टेस्टिंग की जा चुकी हैं। सिग्नल और कांटों की टेस्टिंग सहित रेल परिचालन के लिए सभी प्रक्रियाएं अंतिम चरण में हैं।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sun, 03 Dec 2023 05:00 AM (IST)
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ट्रेन से कश्मीर के सफर का सपना अब और करीब

अमित माही, ऊधमपुर। ट्रेन से कश्मीर के सफर का सपना अब पूरे होने के करीब है। ऊधमपुर-बनिहाल 111 किलोमीटर के रेल लिंक के लगभग आधे सफर पर काम पूरा हो चुका है। बनिहाल से सुंबड़ तक 30 किलोमीटर रेल खंड तैयार हो चुका है।

रेल सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) दिनेश चंद देशवाल सात दिसंबर को इस खंड का निरीक्षण करेंगे। किसी भी समय इस रेल खंड पर रेल परिचालन को हरी झंडी मिल सकती है। बता दें कि मौजूद समय में जम्मू से आगे कटड़ा तक तथा श्रीनगर से बनिहाल तक ट्रेन परिचलन जारी है।

देश के रेल नेटवर्क को कश्मीर से जोड़ने वाली रणनीतिक महत्व वाली इस रेल परियोजना के पूरे होने का हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा है। जानकारी के मुताबिक सीआरएस दो दिवसीय दौरे पर छह दिसंबर को श्रीनगर पहुंचेंगे। जहां पर पहले दिन वह बारामुला से बनिहाल तक रेल खंड का निरीक्षण करेंगे।

इस खंड में रेल परिचालन जारी है। इस दौरान वह रेल परिचालन व रेलवे ट्रैक व सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे। दौरे के दूसरे व अंतिम दिन सीआरएस बनिहाल से खड़ी करीब 15 किलोमीटर और खड़ी से सुंबड़ तक 15 किलोमीटर रेल खंड का निरीक्षण कर रेल परिचालन के लिए सुरक्षा संबंधी चीजों का जायजा लेंगे। बनिहाल से लेकर सुंबड़ तक करीब 30 किलोमीटर नवनिर्मित रेल खंड रेल परिचालन के लिए तैयार है।

रेल सुरक्षा आयुक्त से हरी झंडी मिलने पर ...

किसी भी नए रेल खंड को शुरू करने से पहले सीआरएस इंस्पेक्शन बेहद अहम माना जाता है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक किसी भी रेल खंड के बनने के बाद रेलवे बोर्ड के मेंबर कंस्ट्रक्शन, मेंबर इंजीनियरिंग सहित विभिन्न सदस्य रेल खंड का दौरा कर अपनी इकाई से संबंधित काम काज का निरीक्षण कर कमियों को दूर करने के निर्देश देते हैं।

निर्देशों को पालन करने और कमियों को दूर करने के बाद जीएम रेलवे और सीआरएस निरीक्षण करते हैं। रेलवे सूत्रों के मुताबिक सीआरएस इंस्पेक्शन रेल खंड को शुरू करने से पहले होने वाला अहम निरीक्षण होता है। एक तरह से यह अंतिम निरीक्षण भी होता है। इसमें सीआरएस रेल खंड का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करते हैं कि खंड रेल परिचालन के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

99 प्रतिशत मामलों में सीआरएस इंस्पेक्शन के बाद रेल परिचालन को हरी झंडी दे दी जाती है। ऐसे में सात दिसंबर को निरीक्षण के बाद यदि बनिहाल से सुंबड़ तक रेल खंड पर रेल परिचालन को हरी झंडी मिलती है तो उसके बाद परिचालन के लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर के अंत तक रेलगाड़ियां सुंबड़़ तक चलना शुरू हो जाएंगी।

कुछ दिन पहले किया पावर रन

बनिहाल से सुंबड़ तक जल्द रेल परिचालन शुरू के उद्देश्य से प्रक्रियाएं काफी तेज हो गई हैं। ट्राली चलाकर कई बार निरीक्षण किया जा चुका है। खड़ी और सुंबड़ में रेलवे स्टेशनों की इमारतें बनकर तैयार हो चकी हैं। दोनों स्टेशनों पर पब्लिक इंफार्मेंशन सिस्टम (पीआइएस) लगा कर उसकी टेस्टिंग की जा चुकी हैं। सिग्नल और कांटों की टेस्टिंग सहित रेल परिचालन के लिए सभी प्रक्रियाएं अंतिम चरण में हैं। 28 नवंबर में बनिहाल से खड़ी तक रेल इंजन (पावर) रन किया गया। इसमें खाली इंजन चला कर देखा है। खड़ी और सुंबड़ रेलवे स्टेशनों पर स्टाफ की तैनाती भी हो रही है।

यूएसबीआरएल परियोजना

ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना की कुल लंबाई 272 किलोमीटर है। जिसमें 161 किलोमीटर का काम तीन चरणों में पूरा हो चुका है। अक्टूबर 2009 में 118 किलोमीटर लंबे काजीगुंड-बारामुला रेल खंड पूरा हुआ था। जून 2013 में बनिहाल से काजीगुंड तक 18 किलोमीटर खंड पूरा किया गया व जुलाई 2014 में ऊधमपुर-कटड़ा तक 25 किलोमीटर रेलखंड पर रेल परिचालन शुरू किया गया।

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अब बनिहाल से कटड़ा के बीच 111 किलोमीटर रेल खंड पर रेल चलना शेष है और काम युद्ध स्तर पर जारी है। इसमें से 30 किलोमीटर लंबे बनिहाल-खड़ी-सुंबड़ रेल खंड पर दिसंबर के अंत तक रेल परिचालन शुरू होने की संभावना है। रेल परियोजना वर्ष 2024 में पूरी कर घाटी को सारे देश से रेल नेटवर्क से जोड़ने का लक्ष्य है।