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Jammu Kashmir News: बहनों ने CRPF जवानों की कलाइयों पर सजाई राखियां, कमांडेंट मोहम्मद साजिद ने देशवासियों को दिया खास संदेश

Raksha Bandhan 2024 रक्षा बंधन के मौके पर देश की सेवा में दिन-रात एक करने वाले जवानों की कलाई सूनी न रह जाए। इस अवसर पर उधमपुर (Jammu Kashmir News) में सीआरपीएफ की 137 बटालियन कैंप में जवानों और अधिकारियों की कलाई बहनों ने राखी बांधी। वहीं इस अवसर पर स्कूल की छात्राओं ने भी कलाई पर राखी बांध स्नेह और अपनेपन को बढ़ावा दिया।

By amit mahi Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 17 Aug 2024 08:57 PM (IST)
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सीआरपीएफ 137 बटालियन के ऊधमपुर कैंप में आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों व जवानों की कलाई पराराखियां बांधती बहनें।

जागरण संवाददाता, उधमपुर। रक्षा बंधन के पावन पर्व के उपलक्ष्य पर टीम खालसा और पीओजेके विस्थापित सेवा संस्था ने की ओर से उधमपुर में सीआरपीएफ की 137 बटालियन कैंप में जवानों और अधिकारियों की कलाइयों पर राखियां बांधकर उनके समर्पण और सेवा का सम्मान किया। इस अवसर पर बहनों ने अपने घरों से दूर रहकर देश की सुरक्षा में तैनात इन सैनिकों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

टीम खालसा के संस्थापक सुरिंद्र सिंह खालसा के नेतृत्व में समारोह में शामिल हुई महिलाएं अपने घरों के बच्चों को भी साथ लेकर आईं, ताकि शुरु की गई इस परंपरा को आगे बढ़ाया जा सके।

बहनों ने अपने हाथों से राखियां बांधी, जिससे जवानों के चेहरों पर खुशी, गर्व और भावुकता झलक उठी। घर से धूर अंजानी बहनों से मिले स्नेह व अपनेपन ने जवानों को अपने घरों से दूर होने का अहसास कम कर दिया और उनके दिलों को छू लिया।

जवानों ने कहा कि यह अनुभव काफी सुखद रहा

सीआरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन से जवानों का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राखी बांधने के लिए बहनों का कैंप में आना जवानों के लिए एक सुखद अनुभव रहा, जिससे उन्हें अपनों की कमी महसूस नहीं हुई। अधिकारियों ने जवानों से अपील की कि वे अपने तैनाती वाले इलाकों में नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

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जवानों के प्रति इस भावनात्मक समर्थन ने उन्हें भावुक कर दिया। कई जवानों ने राखी बांधने वाली बहनों को उपहार स्वरूप पैसे भेंट किए और उनकी सुरक्षा का वचन दिया। इस आयोजन ने न केवल जवानों और बहनों के बीच के बंधन को मजबूत किया, बल्कि उनके सेवा और समर्पण के प्रति समाज की ओर से आभार व्यक्त करने का एक अद्वितीय अवसर भी प्रदान किया।

187 बटालियन सीआरपीएफ उधमपुर के कमांडेंट मोहम्मद साजिद ने कहा...

हमारी संस्कृति प्राचीन है। हमें अपनी संस्कृति और मूल्यों का सम्मान करना चाहिए और उनका पालन करना चाहिए। हमें अपने देश, समाज और मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए।

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