Jammu Kashmir News: मारोग में बनी टनल और पुल यातायात के लिए खुला, निर्माण कार्य बना हुआ था सरदर्द
जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालकों और यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब यहां वाहनों को अब तीखी चढ़ाई भूस्खलन संभावित होने के कारण परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। दरअसल मारोग को बाईपास करने वाले 395 मीटर लंबी टनल व पुल को यातायात के लिए खोल दिया गया है। NHAI रामबन जिले में फोर लेन हाईवे का निर्माण युद्ध स्तर पर कर रही है।
By amit mahiEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sat, 07 Oct 2023 03:29 PM (IST)
अमित माही, ऊधमपुर। Marog Tunnel And Bridge News: जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग (Jammu Kashmir National Highway) पर सफर करने वाले वाहन चालकों और यात्रियों का सफर और आसान हो गया है। वाहनों को अब तीखी चढ़ाई भूस्खलन संभावित होने के कारण सबकी परेशानी का सबब मारोग को बाईपास करने वाले 395 मीटर लंबी टनल व 250 वायाडक्ट को खोल दिया गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) जम्मू कश्मीर के रामबन जिले (Ramban District) में नेशनल हाईवे फोर लेन के निर्माण को जल्द पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है।
पुल का निर्माण तीन सप्ताह में हुआ पूरा
इसके तहत हाईवे मारोग इलाके में 395 मीटर लंबी टनल व इससे जोड़ने वाले 250 मीटर लंबे पुल(वायाडक्ट) का निर्माण तीन सप्ताह पहले पूरा कर लिया गया। जिसके बाद इसका ट्रायल रन करने के लिए कुछ दिनों के लिए ट्रैफिक छोड़ कर टनल की सड़क सतह के साथ परिचालन व सुरक्षा से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को जांचा गया। इसके साथ ही इस ट्रायल से बनाए गए 250 मीटर वायडक्ट का लोड टेस्ट व अन्य जांच की गई। कुछ दिन ट्रायल रन के बाद इस फिर से बंद कर दिया गया व लाइटिंग व अन्य व्यवस्थाओं को पूरा करने का काम किया गया।
टनल और वायाडक्ट शनिवार सुबह खोल दिए गए
ट्रायल रन के दौरान हाईवे की पुरानी अलाइनमेंट की मरम्मत और चौड़ा करने का काम किया गया। जिसके बाद ट्रैफिक फिर पुरानी अलाइनमेंट की तरफ मोड़ दिया गया। नेशनल हाईवे अथॉरिटी को टनल और वायाडक्ट को खोलने के निर्देश प्राप्त होते ही इसे शनिवार सुबह खोल दिया गया। जिसके बाद सभी वाहन इस पुल ओर वायाडक्ट की मदद से बिना किसी परेशानी के मारोग के चढ़ाई और भूस्खलन संभावित हिस्से को पार कर रहे हैं। निश्चित रूप से यह चालकों सहित सभी यात्रियों के साथ निर्माण एजेंसियों के लिए भी बड़ी राहत है।नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों ने कहा कि पिछले महीने टनल और वायाडक्ट बनने के बाद करीब तीन सप्ताह पहले इसका ट्रायल रन किया गया था। इसके बाद फिर से बंद कर अन्य जरूरी काम पूरे किए गए। एनएचएआई के उच्चाधिकारियों के निर्देश मिलते ही शनिवार सुबह से इस यातायात के लिए खोल दिया है। जिसके बाद यातायात सुचारू रूप से चल रहा है।
टनल और वायाडक्ट का निर्माण बना हुआ था सरदर्द
सीता राम पस्सी (Sita Ram Passi) सहित मारोग की चढ़ाई से हुआ छुटकारा मारोग के जिस भूस्खलन संभावित हिस्से को इस टनल (Tunnel) और वायाडक्ट (Bridge) का निर्माण कर बाईपास किया गया है। उसे सीता राम पस्सी कहा जाता है। सीता राम पस्सी सहित बाईपास हुआ मारोग का क्षेत्र दशकों से चालकों, यात्रियों के साथ निर्माण एजेंसियों, पुलिस, प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के लिए परेशानी का सबब और सिर का दर्द बना हुआ था। यह हिस्सा भूस्खलन संभावित तो था ही साथ ही यहां पर काफी अधिक चढ़ाई भी थी। यहां पर मोड़ भी ठीक नहीं थे।यह सब छोटी छोटी समस्या मिल कर बड़ी समस्या बन कर हर वाहन चालक और उसमें यात्रियों की परेशानी और जोखिम का कारण बनते थे। भूस्खलन केवल मार्ग ही बाधित नहीं करता था, बल्कि पहाड़ से गिरने वाले पत्थर और मलबा हादसों की वजह भी बनते थे। मगर वायाडक्ट और टनल ने इस खतरे और परेशानी को खत्म कर दिया है।ये भी पढ़ें- जम्मू कश्मीर में एक बार फिर ठंडे बस्ते में गया Property Tax, चुनाव के बाद ही होगा कोई निर्णय
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