Udhampur News: सबसे लंबी रेल सुरंग और खड़ी-सुंबर स्टेशन के बीच हुआ ट्रॉली रन, 2024 में परिचालन का है लक्ष्य
ऊधमपुर में 111 किलोमीटर लंबे कटड़ा-बनिहाल रेलखंड के करीब आधे हिस्से में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो गया है। वीरवार को इस रेलखंड पर खड़ी और सुंबर के बीच देश की सबसे लंबी रेल सुरंग टी-49 के साथ करीब 35.4 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर ट्रॉली का रन (ट्रायल) भी किया गया। ट्रायल का डीसी रामबन मसर्रत इस्लाम ने एक्स पर वीडियो साझा किया। तो पढ़िए ये पूरी रिपोर्ट।
By Jagran NewsEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Fri, 01 Sep 2023 10:34 AM (IST)
ऊधमपुर, अमित माही। 111 किलोमीटर लंबे कटड़ा-बनिहाल रेलखंड (Katra-Banihal Railway Section) के करीब आधे हिस्से पर रेलवे ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो गया है। इस रेलखंड पर वीरवार को खड़ी और सुंबर के बीच देश की सबसे लंबी रेल टनल टी-49 सहित करीब 35.4 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर ट्रॉली रन (ट्रायल) किया गया। चार दिन पहले ही बनिहाल-खड़ी रेल खंड पर स्थित 8.6 किलोमीटर लंबी रेलवे सुरंग में भी ट्रॉली रन किया गया था। यानी बनिहाल से सुंबर तक 50 किलोमीटर से अधिक हिस्से पर ट्रैक तैयार हो चुका है।
युद्ध स्तर पर काम कर रही एजेंसियां
111 किलोमीटर लंबे कटड़ा-बनिहाल रेल खंड पर बनिहाल से खड़ी और सुंबर दो स्टेशन तक अक्तूबर तक रेल परिचालन शुरु करने के लिए रेलवे और उसकी निर्माण एजेंसियां युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं। यानी अक्तूबर अंत तक 111 किलोमीटर लंबे रेलखंड के आधे हिस्से में रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू हो जाएगा। जबकि सुंबर से कटड़ा के बीच वर्ष 2024 में रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ऐसा होने के साथ ही कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक रेलमार्ग से आपस में जुड़ जाएगा।
8.6 किमी लंबी टनल में किया ट्रायल
बीते शनिवार को रेलवे ने बनिहाल से खड़ी रेलवे स्टेशन तक ट्रॉली रन किया था, जिसमें रेलवे की निर्माण विंग के इंजीनियरों व निर्माण कर रही एजेंसियों के अधिकारियों ने इस खंड में स्थित 8.6 किलोमीटर लंबी रेल टनल टी-74 में पहली बार ट्रॉली राइड की थी। पिछले ट्रायल के चार दिन बाद गत बुधवार को रेलवे ने खडी रेलवे स्टेशन से सुंबर रेलवे स्टेशन तक बिछाए जा चुके रेलवे ट्रैक पर ट्रॉली रन ट्रायल किया।ट्रैक का किया गया निरीक्षण
खड़ी रेलवे स्टेशन से तिरंगा लगी ट्रॉली पर निर्माण कंपनी इरकॉन के इंजीनियर के अलावा रेलवे की निर्माण शाखा के इंजीनियरों ने ट्रॉली पर सवार होकर बिछाए गए ट्रैक का निरीक्षण किया। इस रेल खंड में सबसे लंबी रेल टनल जो 13 किलोमीटर से अधिक लंबी है, उसमें भी पहली बार ट्रॉली से निरीक्षण किया। इस पूरे ट्रायल रन को ड्रोन कैमरा की मदद से खड़ी रेलवे स्टेशन से सुंबर तक फिल्माया भी गया।