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Jammu Kashmir Election 2024: नहीं दिखा आतंकी हमले का खौफ, रियासी में बढ़-चढ़कर डाले गए वोट

रियासी जिले में हुए आतंकी हमले के बावजूद जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 (Jammu Kashmir Assembly Election 2024) में मतदान पर कोई असर नहीं दिखा। दूसरे चरण में भी लोगों ने बेखौफ होकर वोट डाले। भारख इलाके के पोलिंग स्टेशन आतंकी हमले वाले घटनास्थल से मात्र तीन-चार किलोमीटर की दूरी पर थे लेकिन फिर भी मतदाताओं का उत्साह कम नहीं हुआ।

By jugal kumar Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Wed, 25 Sep 2024 08:01 PM (IST)
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रियासी जिले में लोगों ने बढ़-चढ़कर वोट डाले।

जुगल मंगोत्रा, पौनी। रियासी जिले में 9 जून को कंडा और चंडी मोड के बीच तीर्थ यात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले के बाद विधानसभा मतदान में कोई असर नहीं दिखा है। लोगों ने बेखोफ होकर वोट डाले हैं। सुबह 7 बजे से ही लोग पोलिंग स्टेशनों पर वोट डालने के लिए पहुंचना शुरू हो गए थे।

भारख इलाका के यह पोलिंग स्टेशन आतंकी हमले वाले घटनास्थल से मात्र तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर थे। चंडी मोड़ के निकट सबसे पहले भारख क्षेत्र का पोलिंग स्टेशन नंबर 104 ननौती मोहल्ला पड़ता है जहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 411 थी, जिसमें 137 मतदाताओं ने ही अपने मत का प्रयोग किया है।

इसमें कम मतदाता के वोट पडना इसलिए माना जा रहा है, क्योंकि उक्त पोलिंग स्टेशन पर गुज्जर बकरवाल समुदाय के जो वोटर थे वह मौजूदा समय में कश्मीर में है। इसके अलावा हायर सेकेंडरी स्कूल भारख में पोलिंग स्टेशन नंबर 102 और 103 में भी 411 मतदाता थे, जिसमें 194 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया।

दोनों पोलिंग स्टेशन पर 822 मतदाताओं में से 331 मतदाताओं ने ही अपने माता का प्रयोग किया जो मात्र 40 प्रतिशत मतदान रहा। गौरतलब है कि 9 जून को भोले बाबा के दर्शन कर कटडा लौट रही तीर्थ यात्रियों की बस पर कंडा और चंडी मोड़ के बीच आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत और 41 श्रद्धालु घायल हो गए थे।

भारख क्षेत्र में कम वोट पढ़ना आतंकी हमले का असर नहीं था। आतंकी हमले के बाद लोगों में कोई डर का माहौल नहीं है। लोगों ने बढ़-चढ़कर वोट डाले हैं। जो लोग वोट डालने के लिए नहीं पहुंचे हैं, उसमें अधिकतर लोग गुज्जर बकरवाल समुदाय के थे, जो मौजूदा समय में अपने माल मवेशियों के साथ कश्मीर में है।

इसके अलावा भारख क्षेत्र में अधिकतर सिख समुदाय के लोग भी रहते हैं, जिनके वोट तो यहां है लेकिन वह अपने कामकाज के लिए मौजूदा समय में विदेश या फिर जम्मू, पंजाब आदि क्षेत्र में गए हुए हैं। फिलहाल जो मतदान हुआ है उससे लोग काफी खुश है।