सरना धर्म कोड की मांग को लेकर 30 दिसंबर को भारत बंद, आदिवासियों ने कहा- अब हमारी मांग पूरी करने वालों को ही देंगे वोट
सरना धर्म कोड लागू करने को 30 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। आदिवासी सेंगेल अभियान के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू ने कहा कि आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस-भाजपा दोनों दोषी है। अब वोट उन्हें ही मिलेगा जो सरना धर्म कोड लागू करेगा। आदिवासियों को मौलिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संसू, नावाडीह (बेरमो)। नावाडीह प्रखंड की चपरी पंचायत अंतर्गत सिमराकुल्ही में आदिवासी सेंगेल अभियान की बैठक लालजी मुर्मू की अध्यक्षता में तथा आनंद कुमार सोरेन के संचालन में की गई। बैठक को संबोधित करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू ने कहा कि 30 दिसंबर को सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के आह्वान पर सरना धर्म कोड की मांग को लेकर भारत बंद किया जाएगा।
आदिवासियों को मौलिक अधिकारों से किया जा रहा वंचित
कहा कि सरना धर्म कोड भारत के प्रकृति पूजक लगभग 15 करोड़ आदिवासियों के अस्तित्व, पहचान, हिस्सेदारी की जीवन रेखा है। आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस-भाजपा दोनों दोषी हैं। 1951 तक जारी इस व्यवस्था को एक साजिश के तहत हटा दिया गया।
अब भाजपा जबरन आदिवासियों को हिंदू बनाने पर तुली है। जबकि 2011 की जनगणना में 50 लाख से अधिक आदिवासियों ने सरना धर्म लिखवाया है। बावजूद आदिवासियों को मौलिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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सरना कोड लागू करने वाले को मिलेगा वोट
मांझी परगना मंडवा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रमोहन मार्डी ने कहा कि आदिवासी समाज को बचाना है, तो राजनैतिक पार्टियों की गुलामी करना बंद करो। जो पार्टी सरना धर्म कोड को लागू करेगा, आदिवासी समुदाय उसे ही वोट देने का काम करेगा।
बैठक में गुंजरडीह सेंगेल पंचायत अध्यक्ष शिवलाल मुर्मू, बिरनी पंचायत अध्यक्ष गोविंद हांसदा, सेंगेल मांझी मोतीलाल किस्कू, सुशील मरांडी, कालीचरण किस्कू, शंकर टुडू, सावित्री सोरेन, उपासी सोरेन आदि उपस्थित थे।