Bokaro Crime: रिटायरमेंट के समय मिले 43 लाख रुपये हड़पने के लिए ले ली जान, बचे हुए 23 लाख फ्रीज
बोकारो स्थित बीएसएल से रिटायर्ड दिनेश कुमार राम की हत्या की गुत्थी सुलझ चुकी है। मामले में पलामू जिले की पुलिस ने बोकारो से तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। बीते 24 अगस्त को पलामू जिले में लरमी जंगल से सेवानिवृत्त कर्मी का शव बरामद किया गया था।
By Deepak Kumar PandeyEdited By: Updated: Wed, 07 Sep 2022 07:29 AM (IST)
जेएनएन, बोकारो: बोकारो स्थित बीएसएल से रिटायर्ड दिनेश कुमार राम की हत्या की गुत्थी सुलझ चुकी है। मामले में पलामू जिले की पुलिस ने बोकारो से तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। बीते 24 अगस्त को पलामू जिले में छतरपुर थाना क्षेत्र के लरमी जंगल से सेवानिवृत्त कर्मी का शव बरामद किया गया था।
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपितों ने बताया कि रिटायरमेंट के समय उक्त कर्मी को मोटी रकम मिली थी। मृतक के बैंक खाते में 43 लाख रुपये जमा होने की जानकारी उन्हें मिली थी। इसके बाद बोकारो निवासी मिथिलेश पासवान, उसके पुत्र सोनू पासवान व अभिमन्यु उर्फ माेनू पासवान ने मिलकर हत्या की साजिश रची। इसे लेकर सुपारी किलरों से पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। इसके लिए पहले मृतक के साथ दोस्ती कर उनके बैंक खाता, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज के माध्यम से इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा शुरू कराई गई। फिर धीरे-धीरे उनके खाते से 15 लाख रुपये की निकासी कर ली गई। बाद में भेद खुलने के डर से मृतक दिनेश राम को दूसरी शादी कराने का प्रलोभन देकर मिथिलेश पासवान ने अपने दो पुत्रों सहित तीन सुपारी किलरों के साथ मेदिनीनगर में जपला के गणेश लाॅज में ठहराया था। उसी रात उनकी हत्या कर शव को लरमी जंगल में फेंक दिया गया।
[सोनू पासवान और उसके पिता मिथिलेश पासवान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।]छानबीन में पता चला है कि हत्या के बाद भी पिछले एक सितंबर को मृतक के खाते से आठ लाख रुपये की निकासी की गई थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने उसके पास से मिले आधार कार्ड के माध्यम से मामले की जांच शुरू की। पलामू के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि तकनीकी अनुसंधान में मिले साक्ष्य के आधार पर बोकारो के शिवपुरी निवासी संटू शर्मा, अभिमन्यु कुमार व बियाडा बाजार निवासी इम्तियाज अंसारी को गिरफ्तार किया गया है। वहीं मुख्य साजिशकर्ता मिथिलेश पासवान उर्फ नेता व उसके बड़े बेटे सोनू पासवान की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने इनके पास से पैसे निकासी के लिए उपयोग में लाए गए तीन स्मार्ट फोन व एक कीपैड मोबाइल बरामद किया है। मृतक के बैंक खाते में शेष जमा 23 लाख रुपये काे फ्रीज करा दिया गया है। हत्यारों ने मृतक के खाते से लगभग 20 लाख की रकम की निकासी कराई है।
स्वजनों से ठुकराए जाने के बाद बोकरो में अकेले रह रहे थे दिनेशदिनेश कुमार राम मूल रूप से बिहार के रोहतास के रहने वाले थे। पलामू एसपी ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि उनके इकलौते पोता हर्षराज की अगस्त 2021 में दामोदर नदी में डूबने से मौत हो गई थी। एकमात्र पुत्र दीपक प्रसाद ने भी इसी सदमे में नवंबर 2021 में दम तोड़ दिया। इसके बाद दिनेश कुमार राम अपने पैतृक घर रोहतास के किरहीन्डीह में रह रहे थे, लेकिन स्वजनों द्वारा तरजीह नहीं दिए जाने से वह दुखी थे। इस बीच दिनेश से पूर्व से संपर्क में रहे मिथिलेश पासवान ने संपर्क साधा और साजिश के तहत अपने घर पर बुलाया। बालीडीह थाना क्षेत्र के शिवपुरी काॅलोनी में साथ में रखने लगा। आसपास के लोगों को मिथिलेश व उसके बेटे दिनेश को अपना संबंधी बताते थे, जबकि उनका मुख्य उद्देश्य दिनेश का पैसा लूटना था। दिनेश इसके लिए तैयार नहीं था। इसके बाद मिथलेश पासवान व उसके दो पुत्र सोनू पासवान व अभिमन्यु पासवान उर्फ मोनू पासवान ने हत्या का प्लान बनाकर घटना को अंजाम दे दिया। इधर, दिनेश की मौत के बाद उसके दामाद व उसकी बहू दोनों ने शव पर दावा किया। बाद में बहू को शव सौंप दिया गया।
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