Bokaro: सरकारी मेडिकल कालेज और मॉडल स्कूल से विद्यार्थियोंं के सपनों को लगेंगे पंख
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाया जा रहा है। सरकारी विद्यालयों में आइटी लैब स्मार्ट क्लास आदि की व्यवस्था की जा रही है। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भी नए प्रोफेशनल कोर्स की व्यवस्था की जा रही है।
By Ram Murti PrasadEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sat, 31 Dec 2022 06:01 PM (IST)
बोकारो,राममूर्ति प्रसाद: सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर शिक्षा का बेहतर माहौल तैयार किया जा रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाया जा रहा है। सरकारी विद्यालयों में आइटी लैब, स्मार्ट क्लास आदि की व्यवस्था की जा रही है। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भी नए प्रोफेशनल कोर्स की व्यवस्था की जा रही है।
नए साल में शिक्षा के क्षेत्र में उम्मीदों के दीप टिमटिमाते नजर आ रहे हैं, जो शिक्षा को आदर्श स्थिति में खड़ा करने में सहायक सिद्ध होंगे। मेडिकल कालेज, माडल स्कूल के अलावा अन्य शिक्षण संस्थानों के खुलने से विद्यार्थियों के सपने को पंख लगेगा।
सेक्टर 12 में खोला जाएगा मेडिकल कालेज
बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर 12 में बीएसएल प्रबंधन ने मेडिकल कालेज के लिए 25 एकड़ भूमि का आवंटन किया है। यहां नए वर्ष में मेडिकल कालेज बनने की उम्मीद जतायी जा रही है। बोकारो में मेडिकल कालेज और 500 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। राज्य सरकार ने भवन निर्माण निगम से इसके लिए डीपीआर मांगा है। बीसीसीएल भी इसमें सहयोग कर रहा है। इसके अलावा चंदनकियारी में सरकारी विधि कालेज का निर्माण होगा।माडल स्कूल के रुप में विकसित किए जाएंगे तीन स्कूल
बोकारो जिले में लगभग 100 उच्च और प्लस टू एवं लगभग 1526 प्राथमिक स्तर के सरकारी विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। विभाग की ओर से रामरुद्र प्लस टू उच्च विद्यालय चास, प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल नावाडीह व कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय कसमार को माडल के रुप में विकसित किया जा रहा है।इन विद्यालयों में माडल क्लास रुम बनाए जाएंगे। यहां स्मार्ट कक्षा, आइटी लैब आदि की व्यवस्था की जाएगी। स्कूल के मैदान को भी स्टेडियम का रुप दिया जाएगा। निजी विद्यालयों की तरह यहां विद्यार्थियों को सुविधा मिलेगी। इन विद्यालयों को सीबीएसई से मान्यता प्रदान की जा रही है। यहां अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी।
लीडर स्कूल किए जाएंगे विकसित
जिले के कुछ सरकारी विद्यालयोंं को लीडर स्कूल के रुप में विकसित करने की योजना है। विद्यार्थियों की संख्या, मुख्य मार्ग से दूरी, शिक्षकों की संख्या, उपलब्ध सुविधा व संसाधन के आधार पर विद्यालय को लीडर स्कूल के रुप में चयनित किया गया है लेकिन अब तक इस दिशा में काम शुरु नहीं हो सका है। एमजीएम हायर सेकेंड्री स्कूल में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की गई है। यहां निजी और सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को विज्ञान का ज्ञान दिया जा रहा है। इनमें वैज्ञानिक सोच उत्पन्न किया जा रहा है।
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