Bokaro News: रजिस्ट्री कार्यालय व डीड राइटर की लड़ाई, जमीनों की रजिस्ट्री पर आई; कामकाज हुआ ठप
चास निबंधन कार्यालय व डीड राइटर की लड़ाई के कारण जमीन की रजिस्ट्री का काम पूरी तरह से बंद है। यहां जिला अवर निबंधक पदाधिकारी राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के आदेशों का हवाला देकर जमीन की रजिस्ट्री करना चाहते है लेकिन इसके लिए उन्होंने प्रधान लिपिक व अन्य जांच लिपिकों को विभागीय आदेश 19 फरवरी 2016 का अनुपालन करते हुए रजिस्ट्री कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, चास। चास निबंधन कार्यालय व डीड राइडर की लड़ाई के कारण जमीन की रजिस्ट्री का कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। जिला अवर निबंधक पदाधिकारी राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के आदेशों का हवाला देकर जमीन की रजिस्ट्री करना चाहते है।इसके लिए उन्होंने प्रधान लिपिक व अन्य जांच लिपिकों को विभागीय आदेश 19 फरवरी 2016 को अक्षरश अनुपालन करते हुए रजिस्ट्री कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दी है। उन्होंने बताया कि हस्तांतरित होने वाली भूमि की पहचान के लिए खतियान की सत्यापित प्रति प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
दस दिनों से बंद है रजिस्ट्री का कार्य
खतियान उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में सीओ द्धारा प्रमाणित पंजी दो या भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र या शुद्धी पत्र दस्तावेज के साथ संलग्न करना अनिवार्य है। साथ ही भू-अभिलेखों का ऑनलाइन सत्यापन करना है।वहीं झारखंड दस्तावेज नवीस संघ के सदस्य पूर्व की भांति जमीन की रजिस्ट्री कार्य करने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये है। डीड राइटर के पिछले दस दिनों से हड़ताल में चले जाने के कारण जमीन के रजिस्ट्री संबंधी कार्य पूरी तरह बंद हो गया है।
डीड राइडर ने प्रधान लिपिक पर मनमानी करने का लगाया आरोप
डीड राइडर संघ ने प्रधान लिपिक पर मनमानी करने का आरोप लगाकर कार्य का बहिष्कार कर दिया है। संघ के अध्यक्ष सीताराम शर्मा ने उपायुक्त को आवेदन देकर बताया कि प्रधान लिपिक पूरी तरह मनमानी कर रहे है। 2016 के विभागीय गाइडलाइन को 2024 में लागू करने का लेखकों का विरोध है।नये नियमों से लोगों को बहुत सारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभाग में अनुभवहिन पदाधिकारी व लिपिक के कारण निबंधन कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रधान लिपिक के कार्यशैली की जांच होना चाहिए। प्रधान लिपिक के कारण विभाग को रोजाना लाखों रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है।
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