झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को फिर मिली जान से मारने की धमकी, स्पीड पोस्ट के जरिए भेजे गए दो खत
शिक्षा मंत्री को मिली धमकी मामले में जांच करने के लिए पुलिस की टीम हजारीबाग पहुंच चुकी है। गुरुवार को शिक्षामंत्री के रांची के डोरंडा आवास में दो धमकी भरे पत्र मिले। तीन दिन पहले उनके बोकारो आवास पर भी इस तरह की चिट्ठी भेजी गई थी।
संस, भंडारीदह (बेरमो)। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को जान से मारने की मिली धमकी के बाद पुलिस रेस में है। मंत्री के आप्त सचिव राजेश कुमार की लिखित शिकायत पर चंद्रपुरा थाने में मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है। वहीं, गुरुवार को भी शिक्षामंत्री के रांची के डोरंडा आवास में भी दो धमकी भरा पत्र मिलने की सूचना है। इसके बाद डोरंडा थाने में भी प्राथमिक दर्ज कर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। गुरुवार को एसडीपीओ सतीश चंद्र झा व चंद्रपुरा थाना की पुलिस मंत्री के भंडारीदह स्थित आवास पर पहुंच कर जांच पड़ताल की।
मामले की जांच में गंभीरता से जुटी पुलिस पहुंची हजारीबाग
पुलिस ने बताया कि एक टीम मामले की जांच को हजारीबाग डाकघर गई हुई है। वहां पर डाकघर का सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। चंद्रपुरा थाना की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार धमकी भरा पत्र हजारीबाग से स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजा गया है। भेजे गए पत्र पर तीन दिसंबर की दोपहर 12 बजे का समय अंकित है। पुलिस ने भंडारीदह स्थित उपडाकघर में भी घंटों पूछताछ की। पुलिस ने शिक्षा मंत्री के पुत्र अखिलेश महतो से भी इस संबंध में जानकारी ली।
हजारीबाग से शिक्षा मंत्री के नाम आया खत
मंत्री के आप्त सचिव राजेश कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर को भंडारीडह उपडाकघर से दो धमकी भरा पत्र प्राप्त हुआ था। इसमें शिक्षा मंत्री को जान से मारने की धमकी देते हुए विभिन्न मांगों को पूरा करने को कहा गया है। पत्र का प्रेषक विनोद महतो, साकिन जिला स्कूल हजारीबाग एवं विनोद महतो अध्यक्ष शिक्षक एसोसिएशन झारखंड लिखा हुआ है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। चंद्रपुरा थाना प्रभारी कार्तिक महतो ने बताया कि मंत्री को जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।
खत में फारवर्ड शिक्षकों का कल्याण करने की मांग
बताते चलें कि शिक्षा मंत्री के भंडारीदह स्थित आवास में स्पीड पोस्ट से पत्र भेज कर जान से मारने की धमकी दी गई थी। हस्तलिखित धमकी भरे पत्र में शिक्षक फारवर्ड ग्रुप एसोसिएशन की तरफ से कहा गया था कि हम सभी शिक्षक हैं, जो फारवर्ड जाति से आते हैं। पत्र में 1932 खतियान बंद करने की मांग करते हुए फारवर्ड शिक्षकों का कल्याण करने की मांग की गई है। साथ ही राज्य के विभिन्न कालेजों का नाम भी दिया गया है, जिसमें इस ग्रुप के शिक्षक पदस्थापित हैं। जिसमें सीएनए कालेज रामगढ़, आरवीएस कालेज चास, जेएम कालेज, बोकारो महिला कालेज, बाघमारा कालेज सहित अन्य के नाम शामिल हैं।