Om Prakash Murder Case: अवैध शराब के धंधे में वर्चस्व को लेकर हुई थी ओम प्रकाश की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार
हरला थाने की पुलिस ने ओम प्रकाश गोसाईं हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया है। शराब के अवैध धंधे में वर्चस्व को लेकर ओम प्रकाश की हत्या की गई थी। (फोटो- धरे गए हत्या के आरोपित व दाईंं ओर जानकारी देते नगर डीएसपी कुलदीप कुमार)
बोकारो, जागरण संवाददाता: हरला थाने की पुलिस ने ओम प्रकाश गोसाईं हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया है। शराब के अवैध धंधे में वर्चस्व को लेकर ओम प्रकाश की हत्या की गई थी। इसमें शामिल कुम्हार चौक नेपाली पाड़ा निवासी सुंदर अली उर्फ शफी अहमद, वास्तेजी निवासी संतोष मुर्मू व सेक्टर आठ सी झोपड़ी निवासी अर्जुन राम उर्फ अर्जुन बांसफोड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी पहले छोटू मोदी व संतोष मुर्मू एक साथ महुआ शराब का अवैध धंधा करते थे। इनमें छोटू का खास आदमी ओम प्रकाश गोसाईं था। बाद में छोटू व संतोष के बीच धंधे में विवाद हो गया और दोनों अलग-अलग धंधा करने लगे।
आपसी वर्चस्व में एक दूसरे को पहुंचाया जेल
अलग-अलग धंधा शुरू होते ही छोटू के आदमी ओम प्रकाश ने पुलिस को सूचना देकर संतोष के ठिकाने पर छापेमारी करवा दी, जिससे संतोष को जेल भी जाना पड़ा। संतोष जब जेल से निकला तो उसने भी छोटू के ठिकाने की पुलिस को सूचना देकर उसका धंधा बंद करवा दिया और छोटू को भी जेल जाना पड़ा। इसके बाद संतोष ने छोटू व ओमप्रकाश को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसने ओम प्रकाश को अपने सहयोगी सुंदर अली, अर्जुन राम व एक अन्य के साथ मिलकर 14 जनवरी को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया।
घटना के बाद मृतक की पत्नी आरती देवी ने 16 जनवरी को प्राथमिकी की थी। आरती ने छोटू मोदी, संतोष मुर्मू व देसू पर संदेह जताया था। डीएसपी ने बताया कि इस कांड के पर्दाफाश के लिए उनकी अगुवाई में एक टीम बनी। इस टीम में थाना प्रभारी संतोष कुमार, दारोगा मिथुन कुमार मंडल, विकास कुमार तिवारी, मनोज कुमार रवानी, मनीष कुमार, प्रवीण होरो, कांड के अनुसंधानकर्ता एएसआइ उपेंद्र राय और पंकज कुमार की सराहनीय भूमिका रही।