चतरा में पुलिस और टीएसपीसी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़, हथियार और कारतूस बरामद; छापमारी के वक्त की फायरिंग
पुलिस और प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के बीच कुंदा थाना क्षेत्र में आज जमकर मुठभेड़ हुई। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर अब तक नहीं मिली है। सुरक्षा बलों के जवानों ने खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जंगल में छापामारी कर रहे थे कि तभी उग्रवादियों ने उन पर फायरिंग कर दी।
जागरण संवाददाता, चतरा। जिला पुलिस और प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के बीच कुंदा थाना क्षेत्र में जमकर मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दोनों ओर से किसी को हताहत होने की सूचना नहीं है। स्थिति को कमजोर देखते हुए टीएसपीसी उग्रवादी जंगल का लाभ उठाते हुए नौ-दो ग्यारह हो गए। हालांकि इस क्रम में पुलिस को हथियार और कारतूस हाथ लगे हैं।
सुरक्षा बल के जवानों पर उग्रवादियों ने की फायरिंग
पुलिस अधिकारी फिलहाल उसका संपूर्ण विवरण नहीं दे पा रहे हैं। चूंकि घटना के बाद क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) उग्रवादियों का एक दस्ता कुंदा और प्रतापपुर सीमा क्षेत्र में सक्रिय है।
सूचना के आलोक में छापामारी दल का गठन कर जिला पुलिस, सीआरपीएफ एवं जगुआर की टीम संयुक्त अभियान के लिए निकली थी। इसी क्रम में अनगड़ा जंगल में टीएसपीसी उग्रवादियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी।
जंगल का लाभ उठाते हुए फरार हुए उग्रवादी
जवाबी कार्रवाई करते हुए जवानों ने मोर्चा संभाला और फायरिंग प्रारंभ कर दिया। दोनों ओर से करीब आधा घंटा तक फायरिंग होते रही।बाद में अपनी स्थिति को देखते हुए टीएसपीसी उग्रवादी जंगल लाभ उठाते हुए फरार हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब तक सर्च अभियान पूरा नहीं हो जाता है, तब तक बरामद हथियार एवं गोलियां का विवरण देना संभव नहीं है।यह भी पढ़ें: Dhanbad News: अब इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा 25 किलोमीटर दूर, करोड़ों की लागत से यहां बनने जा रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र; जानें खास बात
यह भी पढ़ें: एसिड अटैक के बाद चेहरा झुलसा, आंखों की रोशनी तक गंवा दी, फिर भी नहीं मानी हार; जज्बा ऐसा कि खुद अमिताभ बच्चन हुए कायल
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।