Deoghar: बिहार पुलिस के हत्थे चढ़ा नक्सली डीपी यादव, बहुचर्चित अंकित हत्यताकांड में भी थी संलिप्तता
झारखंड के सीमावर्ती बिहार के जमुई जिले की पुलिस टीम ने देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र के नक्सली देवेन्द्र प्रसाद उर्फ डीपी यादव को गिरफ्तार किया है। डीपी यादव देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र के हथगढ़ इलाके में घर बनाया है। बिहार पुलिस काफी समय से उसकी तलाश में थी। वहां की टीम यहां गुप्त रूप से कैंप कर रही थी।
By Jagran NewsEdited By: Yashodhan SharmaUpdated: Wed, 12 Jul 2023 01:45 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देवघर: झारखंड के सीमावर्ती बिहार के जमुई जिले की पुलिस टीम ने देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र के नक्सली देवेन्द्र प्रसाद उर्फ डीपी यादव को गिरफ्तार किया है। डीपी यादव देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र के हथगढ़ इलाके में घर बनाया है।
बिहार पुलिस काफी समय से उसकी तलाश में थी। वहां की टीम यहां गुप्त रूप से कैंप कर रही थी। इसी बीच पुलिस को उसके यहां मौजूद होने की खबर मिली। इसी सूचना पर छापेमारी कर उसे यहां से गिरफ्तार कर लिया गया।
फंड मैनेजमेंट का देख रहा था काम
बताया जाता है कि डीपी यहां काफी समय से नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है। वह नक्सलियों के फंड मैनेजमेंट का काम भी देखता है। बिहार पुलिस को उसके हथियार सप्लाई में भी हाथ होने की जानकारी है। उसे यहां से चुपके से बिहार ले जाया गया है। स्थानीय पुलिस इस बारे में कुछ बता नहीं रही है।अंकित हत्याकांड में है संलिप्तता
इधर, जमुई से प्राप्त जानकारी के अनुसार डीपी यादव पर हत्या व नक्सली मामलों से जुड़े कई संगीन मामले हैं।डीपी यादव मूल रूप से जमुई जिला के खैरा थाना क्षेत्र के दरिमा गांव का रहने वाला है। आरोपी की जमुई जिले के बहुचर्चित अंकित हत्याकांड में संलिप्तता रही है।
कथित तौर पर एक नवंबर 2020 को अरुणमाबांक गांव निवासी मुद्रिका यादव के बेटे इंजीनियरिंग के छात्र अंकित कुमार की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस दौरान हथियारबंद अपराधियों ने मुद्रिका यादव के घर पर हमला कर दिया और छत पर खड़े अंकित को गोलियों से भून दिया था।
इस मामले को लेकर अंकित की मां रुणा देवी ने मामला दर्ज कराया था। इसमें डीपी यादव सहित अन्य को आरोपित बनाया गया था। इसके अलावा वह कई नक्सली गतिविधि में शामिल रहा था। बिहार पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी।
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