झारखंड के देवघर जिले में स्थित नारायण सेवा आश्रम सालों से अनाथ बच्चों का ठिकाना रहा है। आश्रम के संस्थापक हरेराम पांडेय इन बच्चों का लालन-पालन करते हैं। आश्रम में अभी 35 बच्चे-बच्चियां हैं। महानायक अमिताभ बच्चन इसके बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति की टीम को देवघर भेजा और हरे राम पांडेय को अपने फेमस शो कौन बनेगा करोड़पति का हिस्सा बनने के लिए बुलावा भेजा।
By Ravish SinhaEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sat, 14 Oct 2023 06:39 PM (IST)
आरसी सिन्हा, देवघर। देवघर स्थित नारायण सेवा आश्रम वर्षों से अनाथ बच्चों का ठिकाना रहा है। संयोग ऐसा कि यहां बेटियों की संख्या अधिक है। सेवा और श्रद्धा भाव से 66 वर्षीय हरेराम पांडेय इन बेटियों का (सभी बच्चों का) लालन-पालन करते हैं। आश्राम में अभी 35 बच्चे-बच्चियां हैं।
महानायक अमिताभ बच्चन तक इस आश्रम के बारे में जानकारी पहुंची तो उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति की टीम को देवघर भेजा। कुछ रिकार्डिंग भी हुई और केबीसी टीम के बुलावे पर आश्रम के संचालक हरेराम पांडेय यहां की नौ बेटियों के साथ सेट पर पहुंचे। नवरात्र में ही इसका प्रसारण भी होना है।
18 साल से अनाथ बेटियों का जीवन संवार रहे हरे राम पांडेय
18 साल से अनाथ बेटियों के माता-पिता बनकर उनका जीवन संवारने वाले हरे राम पांडेय इन संतानों को परमात्मा का दिया वरदान मानते हैं। भगवान के नाम पर बच्चियों को सांसारिक मझधार में छोड़कर चले जाने वाली उस मां का आंचल आश्रम बना।नवजात को सहेजना, पाल पोसकर बड़ा करना एक मां ही जानती है, लेकिन जब एक पिता मां की भूमिका में हो तो वह कहानी कुछ और हो जाती है। ममतामयी यात्रा में आज 35 बच्चे-बच्चियां हैं।
महानायक बच्चन ने भेजा बुलावा
हरे राम पांडेय ने बताया कि अनाथ बच्चियों के आसरे का सहारा बने आश्रम के इस सफर पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की नजर एक सोशल मीडिया के माध्यम से पड़ी। उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति की टीम को देवघर भेजा।आश्रम के संचालक हरेराम पांडेय को पापा और बाबा कहकर पुकारने वाली नौ बच्चियां केबीसी के सेट पर 18 सितंबर को पहुंची।
बच्चियों की दास्तां सुन रो पड़े बिग बी
हॉट सीट पर हरे राम पांडेय ने जब बच्चियों की दास्तां सुनाना शुरू किया, तो सदी के महानायक और केबीसी के एंकर अमिताभ बच्चन भी अपने आंसू नहीं संभाल पाए।अमिताभ बच्चन ने ट्रस्ट को व्यक्तिगत 21 लाख का चेक दिया है। हरे राम पांडेय ने सेट पर कहा कि वह मरते-मरते ऐसी बच्चियों की सेवा करते रहेंगे।या देवी सर्व भूतेषू मातृत्व रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: । सृष्टि की रचयिता शक्तिरूपेण संस्थिता का भाव देवघर के नारायण सेवा आश्रम में है।
16 अक्टूबर को इस विशेष चैरेटेबल एपिसोड का प्रसारण होगा। 2012 में धनबाद यूनिट के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर हरे राम पांडेय को सम्मानित भी किया गया था।
कुछ इस तरह हुई इस यात्रा की शुरुआत
हरे राम पांडेय ने केबीसी के सेट पर बताया कि किसी बात को लेकर परिवार के साथ अनबन हो गई, तो देवघर आ गए। देवघर में एक छोटा सा आशियाना बनाया और पत्नी के साथ रहने लगे।
इसी बीच, नौ दिसंबर 2004 की सुबह शोर सुनायी दिया कि एक नवजात जंगल में फेंकी हुई है। उनका व्याकुल मन वहां गया और बच्ची को उठाकर घर ले आए। इस बच्ची ने आत्मा से आवाज दिलायी कि परमात्मा ने जीने का रास्ता दे दिया है।देवघर कॉलेज के सुनसान मैदान में एक बच्ची मिली। यात्रा का फलसफा चल रहा था। पूरी दुनियां की निगाह उस हॉट सीट पर थी। इसके बाद की जो घड़ी आयी वह सबके दिल को दहला दिया। छह जनवरी 2012 का दर्दनाक वाक्या जब सांसारिक धरा पर रखा तो कोई अपने को रोक नहीं पाया।
देवघर से सात किलोमीटर दूर हावड़ा-दिल्ली रेलमार्ग पर जसीडीह स्टेशन पर एक ट्रेन रूकी। यात्री शोर मचाने लगे कि एक नवजात शौचालय में पड़ा है। जीआरपी ने नवजात को उठा लाया। जसीडीह की ही रहने वाली एक ममता ने उसे सहारा दिया। बाद में उस मां ने जब यह देखा कि बच्ची आंख ही नहीं खोल रही तो उसने जीआरपी से बच्चा वापस लेने की विनती की।हरे राम पांडेय ने बताया कि उनको जब यह जानकारी मिली तो भगवान का प्रसाद समझकर ग्रहण कर लिया। वह बच्ची आज भी आश्रम में है और वह इस दुनियां को नहीं देख सकती है। इतना सुनते ही अमिताभ बच्चन की आंख भर आयी।
तापशी और खुशी बनना चाहती डॉक्टर
जिन नौ देवी स्वरूपा को लेकर इन बच्चों के पिता हरे राम केबीसी में पहुंचे थे, उन बच्चियों में तापशी और खुशी ने बताया कि वह डॉक्टर बनना चाहती है। इसपर अमिताभ बच्चन ने कहा कि इसी तरह सेवा करते रहिए। और उन्होंने ट्रस्ट के खाते में अपनी ओर से 21 लाख का चेक भेज दिया। हरेराम ने बताया कि आज वह सौभाग्यशाली हैं कि उनके आंगन में 35 बच्चे खिल खिला रहे हैं। उनको तनिक भी भान नहीं है कि वह बिन मां-पिता के हैं।
दास्तां सुनाने के दरमियान यह बताया गया कि पहले तो दर दर भटक भटक कर बच्चों के लिए जो जून की रोटी का जुगाड़ किया। आज दाताओं ने इतना दिया कि एक बड़ा आश्रम शहर से आठ किलोमीटर दूर दुर्गापुर में बड़ा आकार ले रहा है। पांच बच्चियों को डीएवी मुफ्त में पढ़ा रहा है। शहर के चिकित्सकों ने बच्चों को स्वस्थ रखने में मदद की।
2012 में दैनिक जागरण ने किया था सम्मानित
दैनिक जागरण के झारखंड में 10 वां स्थापना दिवस समारोह में नारायण सेवा आश्रम के संस्थापक हरे राम पांडेय को सेवा भावना से प्रेरित होकर धनबाद में 2012 में सम्मानित किया गया था।कौन बनेगा करोड़पति में अमिताभ बच्चन से संवाद किया जिन नौ कन्याओं ने उसमें तापसी, रागिनी, तन्नु श्री, कात्यायनी, नव्या, प्रेरणा, खुशी, गीता और तृषा के साथ वर्तमान में आश्रम को आगे ले जाने की जिम्मेदारी निभा रही गायत्री कुमारी भी थीं। सोनी चैनल ने अपने इंस्टाग्राम में कार्यक्रम के प्रसारित होने की सूचना को साझा किया है।
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