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बिहार दौरे से पहले बाबा की नगरी पहुंचेंगे PM Modi, देवभूमि को प्रणाम कर तपोभूमि के लिए करेंगे चुनावी शंखनाद

PM Modi Deoghar Visit पीएम मोदी 20 महीना बाद जब देवघर आ रहे हैं तो यह समय बदला हुआ है। महीना और तारीख बदली हुई है।गुरुवार को वह लोकतंत्र के महान पर्व में शरीक होने आ रहे हैं। तपोभूमि बिहार के 40 सीट पर होने वाले चुनाव का शंखनाद करेंगे। चुनावी सभा में जाने से पहले वह देवभूमि बाबा बैद्यनाथ की धरा पर दस मिनट रूकेंगे।

By Ravish Sinha Edited By: Shashank Shekhar Updated: Wed, 03 Apr 2024 11:45 PM (IST)
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बिहार दौरे से पहले बाबा की नगरी पहुंचेंगे PM Modi (फाइल फोटो)
आरसी सिन्हा, देवघर। PM Modi Deoghar Visit देवघर ऋषि मुनियों और राजनेताओं की तपोभूमि रही है। आजादी की फतह की चिंगारी यहां भी सुलग गयी थी और अंग्रेज अधिकारी को क्रांतिकारियों ने जमींदोज कर दिया था। यह चिताभूमि है। सती का हृदय यहीं गिरा था। तपस्वी यहां तप भी करते रहे हैं।

द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा बैद्यनाथ यहां गिरिजा संग विराजते हैं। इसलिए, यह शिव-शक्ति स्थल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 जुलाई 2022 को बाबा की पूजा करने आए थे और देवघर एयरपोर्ट के साथ एम्स में 250 बेड के आइपीडी का शुभारंभ किया था।

20 महीना बाद देवघर आ रहे पीएम मोदी 

पीएम मोदी 20 महीना बाद जब देवघर आ रहे हैं तो यह समय बदला हुआ है। महीना और तारीख बदली हुई है।गुरुवार को वह लोकतंत्र के महान पर्व में शरीक होने आ रहे हैं। तपोभूमि बिहार के 40 सीट पर होने वाले चुनाव का शंखनाद करेंगे। चुनावी सभा में जाने से पहले वह देवभूमि बाबा बैद्यनाथ की धरा पर दस मिनट रूकेंगे। एयरपोर्ट पर ही बाबा बैद्यनाथ की पावन धरा को नमन करने के बाद अपनी पहली सभा को संबोधित करने निकल जाएंगे।

पीएम मोदी ऐसे समय में देवघर एयरपोर्ट पर उतर रहे हैं, जब नाइट लैंडिंग की भी सुविधा शुरू हो गई है। हालांकि, वह दस मिनट के लिए ही एयरपोर्ट पर होंगे। एक हेलीकॉप्टर से उतरेंगे और दूसरे से जमुई की चुनावी सभा के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। वापस भी आएंगे तो दस मिनट के अंतराल पर हेलीकॉप्टर बदल कर दिल्ली के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।

पीएम मोदी भले ही एयरपोर्ट के अंदर ही रहेंगे, बाहर की जनता से उनकी कोई मुलाकात नहीं होगी, परंतु हलचल बढ़ी हुई है। मोदी-मोदी होने लगा है। चाय दुकानदार राम अवतार ने कहा कि सुने मोदी आ रहे हैं। दुकान पर चाय पी रहे रमेश बास्की ने कहा कि नहीं वह बिहार जा रहे हैं तो देवभूमि में उतरना भी चुनावी चर्चा को बल दे दिया है। चुनाव में तो चर्चा ही तो बात आगे बढ़ाती है।

बिहार-झारखंड की 54 सीट के चुनाव प्रचार के आरंभ और समापन का साक्षी होगा देवघर

बिहार और झारखंड में लोकसभा की 54 सीट है। बिहार में 40 और झारखंड में 14 सीट है। संयोग देखिए बिहार में पहला चरण का चुनाव जमुई संसदीय सीट पर हो रहा है। 13 मई को वहां मतदान होना है और अंतिम चरण का चुनाव झारखंड के संताल परगना के तीन सीट पर एक जून को होगा तो देश में चार चरण में होने वाले चुनाव का पहला और अंतिम चरण का चुनाव का संधि स्थल देवघर बना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले चरण के लिए तपोभूमि देवघर आ रहे हैं और अंतिम चरण में एक जून के चुनाव के लिए तीन सीट के मतदाताओं को विकसित भारत की बात बताने आएंगे तो बिहार-झारखंड के 54 सीट के चुनाव प्रचार का आरंभ और समापन का साक्षी देवघर बन रहा है।

इस तीन सीट में दो सीट गोड्डा और दुमका भाजपा के पास है। गोड्डा में हैट्रिक लगाकर निशिकांत दुबे चौथी बार मोदी की गारंटी वाले विकास पर जीत के फासला को रिकॉर्ड में बदलने का दावा कर रहे हैं। अब तक उनके सामने विपक्ष ने अपना उम्मीदवार नहीं दिया है।

जमुई की चुनावी सभा की तैयारी के लिए बिहार लोकसभा चुनाव के सहायक प्रभारी सह राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश ने बुधवार को यहां कहा कि गोड्डा में विपक्ष को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है। तंज कसा कि उनको विज्ञापन निकलवाना चाहिए। वहीं प्रधानमंत्री के चुनावी सभा पर कहा कि बिहार तपोभूमि है।

प्रधानमंत्री के दिल में बिहार-झारखंड के लोग बसते हैं और दोनों प्रदेश के लोगों के दिल में मोदी बसते हैं। मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेते देशवासी देखना चाहते हैं। तो अबकी बार 400 के पार तो होना ही है।

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