Jharkhand: राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पल-पल की तैयारी में जुटा प्रशासन, बाबा बैद्यनाथ की करेंगी पूजा
Jharkhand News बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बुधवार को देवघर आ रही हैं। भारत की यह चौथी राष्ट्रपति हैं जो बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने आ रही हैं। इससे पहले राजेंद्र प्रसाद प्रणब मुखर्जी रामनाथ कोविंद बाबा की पूजा अर्चना कर चुके हैं।
By Ravish SinhaEdited By: Mohammad SameerUpdated: Tue, 23 May 2023 03:46 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देवघर: झारखंड के तीन दिवसीय प्रवास की शुरुआत देवघर से कर रहीं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के आगमन को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तैयारी में लगा हुआ है।आला अधिकारी देवघर में राष्ट्रपति के प्रस्तावित दो घंटा 25 मिनट के एक-एक मिनट की समीक्षा कर रहे हैं।
तैयारियों का लिया जायजा
सोमवार को प्रशासनिक स्तर पर की जा रही तैयारियों की समीक्षा एडीजी संजय आनंद लाटकर, सचिव खाद्य आपूर्ति सह राजस्व एवं भूमि सुधार अमिताभ कौशल और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव मनीष रंजन ने संयुक्त रूप से परिसदन में किया।
विभागीय पदाधिकारियों संग समन्वय पर विशेष बातचीत की गयी। इससे पहले पदाधिकारियों ने बाबा मंदिर का निरीक्षण किया और उन सभी व्यवस्थाओं को देखा जो राष्ट्रपति के लिए किए जा रहे हैं।
बैठक में सुरक्षा व्यवस्था व विधि व्यवस्था पर वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी व वरीय पुलिस पदाधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए।यातायात व्यवस्था, मेडिकल टीम, विद्युत, पेयजल, अग्निशमन, साफ-सफाई से जुड़े मसलों पर भी की जा रही तैयारी और उनके प्लान पर चर्चा किया गया। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने विधि-व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के अलावा अन्य तैयारियों से अवगत कराया और प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
बैठक में पुलिस उप महानिरीक्षक दुमका सुदर्शन मंडल, पुलिस अधीक्षक सुभाष चन्द्र जाट, उप विकास आयुक्त डा.कुमार ताराचन्द, नगर आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल, अपर समाहर्ता चन्द्र भूषण प्रसाद सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी सह मंदिर प्रभारी बाबा मंदिर दीपांकर चौधरी,प्रशिक्षु आइएएस अनिमेष रंजन, सिविल सर्जन डा. युगल किशोर चौधरी, नजारत उपसमाहर्ता परमेश्वर मुंडा, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा विवेक मेहता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर सिंह , कार्यपालक दण्डाधिकारी उदय रजक समेत अन्य विभागीय पदाधिकारी थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।चौथी राष्ट्रपति होंगी द्रोपदी मुर्मू जो बाबा बैद्यनाथ की करेंगी पूजा
द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बुधवार को देवघर आ रही हैं। भारत की यह चौथी राष्ट्रपति हैं जो बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने आ रही हैं। देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, प्रणब मुखर्जी, रामनाथ कोविंद पद पर रहते हुए बाबा की पूजा अर्चना कर चुके हैं। द्रोपदी मुर्मू उस सूची में चौथी राष्ट्रपति हो गयीं जो बाबा के दरबार में विशेष पूजा अर्चना करने आ रही हैं। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर देवघर में एक अलग की खुशी हैं। लोगों को इस बात की विशेष खुशी है कि कल जो उनकी राज्यपाल थी आज वह देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होकर तीर्थनगरी देवघर आ रही हैं। बाबा मंदिर को सजाया जा रहा है।पुरोहित समाज भी प्रसन्न है। प्रशासनिक स्तर पर सारी तैयारी चल रही है। तकरीबन दो घंटा 25 मिनट वह देवघर में रूकेंगी। इसमें 50 मिनट का समय बाबा मंदिर में गुजरेगा। 22 जून 20022 को राष्ट्रपति पद पर आसीन होने के बाद झारखंड में यह उनका दूसरा दौरा है। इस बार तीन दिवसीय कार्यक्रम में वह झारखंड आ रही हैं। जिसकी शुरूआत बाबा बैद्यनाथ की धरा से होगी। सबसे पहले वह बाबा बैद्यनाथ को नमन करेंगी।उनकी चौखट पर जाकर हाजिरी लगाएंगी। उसके बाद हवाई मार्ग से रांची के लिए रवाना हो जाएगी। राष्ट्रपति बनने से पहले द्रोपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रहीं। 2015 वह राज्यपाल बनीं और छह साल एक महीना 18 दिन पद पर रहकर कई अहम निर्णय लिए। संयोग देखिए कि प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद जब बाबा की पूजा करने आए थे तब द्रोपदी मुर्मू राज्यपाल थीं और उनके पूजा करने के समय की साक्षी बनीं थी।दो बार राष्ट्रपति पद पर रहते बाबा की पूजा करने प्रणब मुखर्जी आए। रामनाथ कोविंद एक बार राष्ट्रपति पद पर रहते पूजा करने आए। चर्चा तो यह भी हो रही है कि राज्यपाल रहते दो बार दो राष्ट्रपति की पूजा कराने आयीं द्रोपदी मुर्मू बुधवार को राष्ट्रपति पद पर रहते बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने आ रही हैं। लोग इस बात की चर्चा कर ज्यादा प्रफुलित हो रहे हैं। उनको लगता है कि उनके बीच के ही खास व्यक्तित्व आज देश के प्रथम नागरिक बनकर देवघर आ रहे हैं। अपने बीच को इस तरह परिभाषित करते हैं कि कल तक तो झारखंड में ही सर्वोच्च संवैधानिक पद पर थीं। बता दें कि प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद संभवत: 1954 में देवघर आए थे और बाबा की पूजा किए थे।जसीडीह स्टेशन पर विशेष सैलून से जब उतरे थे तो सुरक्षा कर्मियों ने प्लेटफार्म पर ही सलामी दिया था। यहां से वह हिन्दी विद्यापीठ आए थे। दीक्षा समारोह को संबोधित किया था। राज्यपाल के पद पर रहते द्रोपदी मुर्मू तीन बार देवघर आयीं थी। इसमें एक बार सत्संग आश्रम के साधारण सभा के कार्यक्रम को संबोधित किया था। एक बार जब वह आयीं तो कुछ स्कूलों का मुआयना किया था जिसमें वह रिखिया स्थित नवोदय विद्यालय भी गई थीं।