सिकटिया मेगा लिफ्ट इरिगेशन योजना: अब सूखे खेतों में बरसेगा 'अमृत', 190 गांवों को मिलेगा सिंचाई का पानी
सिकटिया मेगा लिफ्ट इरिगेशन योजना से 190 गांवों की तकदीर बदलने वाली है। योजना के शुरू होते ही करौं जामताड़ा और विद्यासागर प्रखंड के करीब 190 गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस योजना से किसानों की चांदी होने वाली है। इस योजना से जमीन से उपरी सतह पर बने खेती योग्य भूमि को पानी मिलेगा।
By Ravish SinhaEdited By: Rajat MouryaUpdated: Sat, 07 Oct 2023 04:06 PM (IST)
आरसी सिन्हा, देवघर। सिकटिया मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना सही सलामत और निर्धारित समय पर धरातल पर उतर गई तो यह 13,164 हेक्टेयर जमीन को सिंचित करने के लिए अमृत का काम करेगी। नदी तल से उपर खेती योग्य जमीन होने और पारंपरिक नहर प्रणाली के कारण धान का कटोरा कहा जाने वाला सारठ के खेत का हलक सूखा रह जाता था। किसान आहें भर कर रह जाते थे। समय से योजना पूरी हो गई तो 2026 से सारठ के साथ साथ करौं, जामताड़ा और विद्यासागर प्रखंड के उपरी इलाके के खेतों में पाइप लाइन से सिंचाई होगी।
देवघर के यह सिंचाई योजना झारखंड में गढ़वा के बाद दूसरी सबसे बड़ी स्कीम है। जिसमें 190 गांव के सभी तालाब और डोभा को इस लिफ्ट इरिगेशन से हमेशा लबालब रखा जाएगा। गर्मी के दिनों में तालाब सूख भी जाए तो किसानों को चिंता नहीं करनी होगी। तालाब तक जाने के लिए अलग से पाइप लाइन का प्राविधान किया गया है। धान, गेहूं, मक्का की तो खेती होगी ही, इसी के साथ नकदी सब्जी की खेती भी किसान कर सकेंगे। इससे किसानों की आमद बढ़ेगी।
इस योजना से खाद्यान्न का संकट भी दूर होगा। अजय बैराज पर इस योजना को बनाने के पीछे मकसद यह कि यहां से पानी लिफ्ट कर पंप हाउस लाया जाएगा। तीन पानी टंकी में इसका भंडारण कर पाइप लाइन से खेतों तक पहुंचाया जाएगा।
सालों भर हो सकेगी खेती
पाइप लाइन से देवघर और जामताड़ा के 27 पंचायत के खेतों को सिंचित करने की योजना है। इस योजना से जमीन से उपरी सतह पर बने खेती योग्य भूमि को पानी मिलेगा। सरकार की सोच है कि इस योजना से रबी और खरीब फसल को लाभ पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 484.35 करोड़ के मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का शिलान्यास नौ अक्टूबर को करेंगे। तीन साल में इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और पांच साल तक ठेकेदार इसका संचालन, प्रबंधन और देखरेख करेंगे। योजना से एक लाख 11,174 आबादी को सीधा लाभ पहुंचेगा।
योजना के संचालन को बनेगा सोलर पावर प्लांट
योजना के बाबत कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल सिकटिया, बुढ़ई जागेश्वर रजवार ने बताया कि सिकटिया मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना झारखंड की दूसरी योजना है जिसमें सब कुछ खास है। सेवा क्षेत्र के सभी तालाब और डोभा को हमेशा लबालब रखा जाएगा। इसके लिए एक स्पेशल पाइप लाइन का प्राविधान किया गया है। इतने बड़े प्रोजेक्ट को चलाने में किसी तरह की परेशानी नहीं आए इसके लिए सात मेगावाट का सोलर पावर प्लांट का प्राविधान किया गया है। नाबार्ड से सरकार की बात चल रही है। वाटर यूजर एसोसियेशन बनाया जाएगा। किसान तय करेंगे कि किस क्षेत्र के खेत में किस दिन पानी जाएगा। यह सब एसोसियेशन को ही तय करना होगा। लिफ्ट इरिगेशन जहां बन रहा है वहां का 70 फीसद जमीन खेती योग्य है।इन पंचायतों तक पहुंचेगा योजना का लाभ
सारठ प्रखंड के असनबनी, दुमदुमी, झिलुआ, कुकराहा, लगवान, मंझलाडीह। करौं प्रखंड के बिरनगड़िया, डिंडाकोली, करौं, रानीडीह, साल्तर और सिरसा। विद्यासागर प्रखंड के अलगचुया, बाघबेर, बरादाहा, बरमंडी, करमाटांड़, मंट्टार, मोहनपुर, नवाडीह, फोकनाद, सीताकांटा, ताराबहाल और तितुलबंधा। जामताड़ा प्रखंड के दखिनबहल, सहरपुर और सुपइडीह पंचायत में पाइप लाइन से पानी जाएगा।योजना से क्या होगा लाभ?
- देवघर और जामताड़ा के 190 गांव को फायदा।
- भूमिगत पाइप लाइन से उपरी जमीन पर पहुंचेगा पानी।
- 27 पंचायत के 13,164 हेक्टेयर में चक्रवार जाएगा पानी।
- धान, गेहूं, सरसों, मक्का, मूंग के साथ नकदी खेती बढ़ेगी।
- खेत को पानी की जरूरत पूरी होने पर भर दिए जाएंगे तालाब।
- सोलर पावर प्लांट से होगा योजना का संचालन, बिजली बिल का झंझट दूर।