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धनबाद रेलवे स्‍टेशन पर मोबाइल उड़ाते हो चुका था सीसीटीवी में कैद, फिर आया तो आरपीएफ ने खदेड़ कर दबोचा

धनबाद स्टेशन से यात्री का मोबाइल उड़ाते सीसीटीवी में उसकी तस्वीर आ गई थी। वह सीसीटीवी में कैद हो चुका है इस खबर से बेखबर था। उस दिन महंगा मोबाइल हाथ लगा था तो इस बार फिर दांव आजमाने पहुंच गया। सीसीटीवी में उसकी तस्वीर आरपीएफ के पास थी।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 15 Jun 2022 06:21 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jun 2022 06:21 AM (IST)
आरपीएफ के हत्थे चढ़े मोबाइल चोर का नाम अमन अग्रवाल है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद स्टेशन के पोर्टिको से यात्री का मोबाइल उड़ाते सीसीटीवी में उसकी तस्वीर आ गई थी। वह सीसीटीवी में कैद हो चुका है, इस खबर से बेखबर था। उस दिन महंगा मोबाइल हाथ लगा था तो इस बार फिर दांव आजमाने पहुंच गया। सीसीटीवी में उसकी तस्वीर आरपीएफ के पास थी। आरपीएफ ने जैसे ही उसे धनबाद स्टेशन के पोर्टिको के पास देखा तो पकड़ने दौड़े। आरपीएफ को देखते ही वह भागने लगा। आखिरकार यात्रियों की मदद से आरपीएफ ने उसे दबोच लिया। आरपीएफ के हत्थे चढ़े मोबाइल चोर का नाम अमन अग्रवाल है। उसकी उम्र 22 साल है और वह चिरकुंडा ऊपर बाजार दुर्गा मंदिर के सामने रहने वाले पवन अग्रवाल का बेटा है।

क्या है पूरी घटना

12 जून को धनबाद रेलवे स्टेशन के पोर्टिको और टिकट काउंटर के आसपास यात्री का मोबाइल चोरी हो गया था। मोबाइल चोरी की सूचना पर आरपीएफ ने सीसीटीवी चेक किया तो पता चला कि अलसुबह 3:09 पर घटना घटी है। उस दौरान एक शख्स को संदिग्ध हालत में देखा गया। 13 जून की रात स्टेशन की सुरक्षा की कमान संभाल रहे आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर आभाष चंद्र सिंह, कांस्टेबल अमित कुमार, मुकेश कुमार और योगेंद्र मीणा बोर के लगभग 3:00 बजे टिकट घर के पास एक संदिग्ध शख्स दिखा। वह शक्स वही था जो एक दिन पहले सीसीटीवी में कैद हुआ था। आरपीएफ पर नजर पड़ते ही वह भागने लगा। उसे भागता देख दूसरे यात्री भी उसे खदेड़ने लगे और कुछ दूर तक खदेड़ने के बाद उसे पकड़ लिया गया।

पकड़े गए शख्स ने अपना अपराध कबूल लिया। उसने बताया कि रेलवे टिकट घर के पास मोबाइल चार्ज में लगा कर एक यात्री सोया हुआ था, इसका फायदा उठाकर उसने मोबाइल चुरा लिया। चुराए हुए मोबाइल को अपना बताकर उसने तालडांगा मुखिया गली में रहने वाले मोहम्मद नईम उर्फ राजू को बंधक के तौर पर सौंप कर ₹5000 ले लिये। उसके बयान के आधार पर आरपीएफ तालडांगा पहुंची और चिरकुंडा थाने की पुलिस और पार्षद की मदद से नईम के घर गई। नईम से भी पूछताछ की गई। उसने बताया कि अमन ने उससे ₹5000 लिए है और इसके बदले मोबाइल गिरवी रखा है। मोबाइल गिरवी रखकर आधार कार्ड के साथ बंधकनामा भी दिया है। पूरे मामले की पड़ताल के बाद अपने अमन को रेल पुलिस के हवाले कर दिया।


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