किसी जेल से कम नहीं शहर की सड़कों पर दौड़ती यह लाल बस, देखते ही लोग बदल रहे अपना रास्ता
इन दिनों धनबाद की सड़कों पर एक लाल गाड़ी का भय कायम है। शहर की सड़कों पर दौड़ती यह गाड़ी किसी चलती-फिरती जेल से कम नहीं। इस गाड़ी को देखते ही लोग भागने लगते हैं। यह एक बस है जो जिला प्रशासन की और से चलाई जा रही है।
By Deepak Kumar PandeyEdited By: Updated: Sat, 10 Apr 2021 04:10 PM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद: इन दिनों धनबाद की सड़कों पर एक लाल गाड़ी का भय कायम है। शहर की सड़कों पर दौड़ती यह गाड़ी किसी चलती-फिरती जेल से कम नहीं। इस गाड़ी को देखते ही लोग भागने लगते हैं। यह कोई और गाड़ी, नही बल्कि एक बस है, जो जिला प्रशासन की और से चलाई जा रही है।
लाल रंग की इस बस में पुलिस जवानों की एक टीम सवार रहती है। इस टीम का नेतृत्व एक दंडाधिकारी और एक दारोगा स्तर के पदाधिकारी कर रहे हैं। शनिवार को यह बस रांगाटांड, नया बाजार, बैंक मोड़, शक्ति मंदिर रोड, रणधीर वर्मा चौक, पुलिस लाइन और स्टील गेट की तरफ निकली। बस के रुकते ही पुलिस जवान सड़क पर उतरते हैं और बिना मास्क वाले लोगों को पकड़कर बस में बिठा देते हैं। इसके बाद इन लोगों को गोविंदपुर स्थित जैप 3 के कैंप में शाम चार बजे तक रखा जाता है। शाम में बाॅन्ड भरवाकर इन लोगों को छोड़ा जा रहा है।शनिवार को जब यह बस रणधीर वर्मा चौक पहुंची तो एक युवक बिना मास्क के इस टीम के हत्थे चढ़ गया। जवानों ने उसे पकड़कर बस में बिठा दिया। बस में जाने के बाद युवक ने हंगामा शुरू कर दिया। बार-बार वह बस से उतरने का काफी प्रयास कर रहा था, लेकिन जवानों ने उसे रोक दिया। इसी प्रकार जब जवान रांगाटांड़ चौक पर उतरे तो यहां भगदड़ की स्थिति मच गई। ऑटो चालकों ने तो मास्क पहन रखा था, लेकिन अन्य लोग पुलिस को देख भागने लगे। यहां से भी चार लोगों को पकड़कर बस में बिठा दिया गया।
मास्क लगाने को लेकर चल रहा अभियान : जिला प्रशासन का यह अभियान कोरोना को रोकने को लेकर लोगों में जागरूकता लाने को है, ताकि लोग घरों से बाहर जब भी निकलें वे मास्क का उपयोग करें।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।