हिंसक हुआ भोजपुरी और मगही विरोधी आंदोलन, झारखंड भाजपा के पूर्व अध्यक्ष पर जानलेवा हमला
Bhojpuri Magahi Language Dispute झारखंड में भोजपुरी और मगही भाषा विरोध को लेकर जारी आंदोलन हिंसक होने लगा है। आंदोलनकारी मानव श्रृंखला बनाकर हेमंत सरकार का विरोध कर रहे हैं। इस दाैरान रविवारि को बोकारो में कोडरमा के पूर्व सांसद रवींद्र राय पर हमला हुआ।
जागरण संवाददाता, धनबाद/ बोकारो। Bhojpuri Magahi Language Dispute झारखंड के धनबाद और बोकारो समेत कुछ जिलों में जिलास्तरीय नियुक्तियों में भोजपुरी और मगही भाषा को शामिल करने के विरोध में जारी भाषाई आंदोलन हिंसक होने लगा है। हेमंत सरकार के विरोध में रविवार को आंदोलनकारियों ने धनबाद और बोकारो में मानव श्रृंखला बनाया। इस दाैरान बोकारो में कोडरमा के पूर्व सांसद और झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रवींद्र राय पर हमला हुआ। राय रांची से धनबाद आ रहे थे। चास थाना क्षेत्र में उनपर आंदोलनकारियों ने हमला किया। उनके वाहन में तोड़फोड़ की और चालक की पिटाई की। राय ने भागकर जान बचाई।
राय ने चास मुफस्सिल थाना में दर्ज कराई शिकायत
कोडरमा के पूर्व सांसद रवींद्र राय रांची से धनबाद आ रहे थे। वे धनबाद के राजगंज में भाजपा किसान मोर्चा के कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे। बोकारो के चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र में आंदोलनकारियों ने उनके वाहन को रोक दिया। वाहन के शीशे को फोड़ किया। वाहन में लगे बोर्ड को उखाड़ दिया। चालक के साथ मारपीट की। अंगरक्षक के साथ भी दुर्व्यवहार किया। राय के साथ भी बदतमीजी की। राय ने किसी तरह भागकर जान बचाई। उन्होंने चास मुफस्सिल थाना में जाकर शरण ली।
@amarbauri pic.twitter.com/HprE7CAKtC— B K PANDEY (@bkpandeym) January 30, 2022
तेलमच्चो पुल के पास हुआ हादसा
झारखंड भाषा संघर्ष समिति व आजसू के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मनाव श्रृखंला के कार्यक्रम के दौरान कोडरमा के पूर्व सांसद रविन्द्र कुमार राय पर आंदोलनकारियों ने हमला किया है। झारखंड भाषा संघर्ष समिति ने धनबाद- बोकारो में मगही व भोजपुरी को लागू किए जाने के विरोध में मानव रृंखला बनाने का आह्वान किया था। यह मानव श्रृंखला बोकारो नागेन मोड़ से शुरू होकर धनबाद जिले के अंतिम सीमा तक बनाई गई। आजसू ने समर्थन दिया था।
पूर्व सांसद ने कहा नियंत्रण में नहीं है सरकार की व्यवस्था
हमले का शिकार हुए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद रवींद्र राय ने बताया कि जहां तक मुझे जानकारी थी कि मानव श्रृंखला का निर्माण किया जा रहा है बंदी संबंधी किसी भी प्रकार की सूचना उन्हें नहीं थी ।अचानक से जब वह रांची से बोकारो पहुंचे तो आईटीआई मोड़ के आगे कई स्थानों पर उपलब्ध भीड़ ने उन्हें रोका। वे उतरकर भीड़ से मिले और उनकी बातों को सुना । इसी क्रम में तेलमच्चो पुल से पहले इकट्ठे कुछ लोगों ने गाड़ी को रोका तो वे उतर गए। धीरे-धीेर धकेलते हुए उन लोगों ने उन्हें भीड़ में पहुंचा दिया। यहां उनके साथ बदसलूकी व गाली-गलौज करने लगे। इस बीच कुछ लोगों ने उन्हें पहचान लिया और किसी प्रकार उन्हें गाड़ी में बिठा कर जाने को कहा । हालांकि कई किलोमीटर तक हमलावर उनकी गाड़ी का पीछा करते रहे। मजबूरी में आकर चांस मुफस्सिल थाने में उन्हें अपनी गाड़ी को लगाना पड़ा है। पूर्व सांसद ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट है । जब पूर्व सांसद ही नहीं सुरक्षित है तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी। सरकार और सरकारी महकमा इस पर ध्यान दें।