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ATM Fraud : साइबर अपराधियों की करतूत से हो जाएं सावधान, कभी भी ATM में फंस सकते हैं आपके रुपये

ATM Fraud झारखंड के धनबाद जिले में एटीएम से ठगी के मामले तो आपने पहले भी सुने होंगे। परंतु अब साइबर अपराधी वारदातों को अंजाम देने के तरीके बदलने लगे हैं। ये अपराधी एटीएम को ही अपनी करतूत का माध्यम बनाने लगे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग खुद सतर्क रहें और दूसरों को भी इस संबंध में जागरूक करें।

By Niraj Duby Edited By: Yogesh Sahu Updated: Mon, 29 Apr 2024 07:00 PM (IST)
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Cyber Crime : साइबर अपराधियों की करतूत से हो जाएं सावधान, कभी भी ATM में फंस सकते हैं आपके रुपये
जागरण संवाददाता, धनबाद। ATM Fraud And Cyber Crime : झारखंड के धनबाद शहर में साइबर अपराधियों की करतूत से सावधान रहने की जरूरत है। यहां लोगों को एटीएम से रुपये निकालते समय पूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कारण कि एक संगठित गिरोह फिलहाल धनबाद में सक्रिय है, जो एटीएम से रुपये निकासी के दौरान मशीन से लोगों का रुपये काफी आसानी से उड़ा लेता है।

पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले आए, जिससे स्पष्ट हो रहा है कि जिस एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं होता है, वहां अपराधी आसानी से ऐसी घटना को अंजाम देते हैं। विभिन्न बैंक प्रबंधन भी लगातार मिल रही ऐसी शिकायतों को लेकर कई एटीएम का शटर गिरा चुके हैं।

अब तक हो चुकी ये वारदातें

पिछले दिनों धनबाद स्टेशन के मुख्य द्वार के बगल में जहां पीएनबी और एसबीआई का एटीएम है। वहां भी इस तरह की घटना हो चुकी है। आमतौर पर स्टेशन पर हजारों यात्रियों का आना-जाना रहता है। आरपीएफ की मुस्तैदी भी रहती है। बावजूद ऐसी घटना घट चुकी है।

पिछले महीने 13 मार्च को कतरास के लोयाबाद निवासी वरुण और उसकी पत्नी रुपये निकालने स्टेशन एसबीआई एटीएम में पहुंची पर एटीएम कार्ड रीड नहीं हुआ। इसके बाद वह बगल के पीएनबी के एटीएम में गईं।

पीएनबी के एटीएम से ढाई हजार की निकासी के लिए प्रक्रिया आरंभ की। इस दौरान पैसे की निकासी का मैसेज उनके मोबाइल पर आया। लेकिन ढाई हजार रुपये उन्हें नहीं मिले। रुपये एटीएम में फंस गए थे।

वरुण ने एटीएम में पैसे की निकासी वाले स्थान की ओर ध्यान पूर्वक देखा तो उसमें पाया कि पतली सी एक शीट निकासी वाले स्थान पर लगाई है। उसे हटाने के बाद उन्हें रुपये प्राप्त हुए। एक और मामला पिछले दिनों सरायढेला स्टील गेट का है।

यहां एक्सिस बैंक के एटीएम से पैसे की निकासी के लिए एक युवक पहुंचा। उसने पांच हजार की निकासी प्रक्रिया आरंभ की। मोबाइल पर पैसे की निकासी का मैसेज आया पर रुपये एटीएम से बाहर नहीं निकले, फिर उसने एटीएम से बाहर आकर अपने दोस्तों को घटना के बारे में बताया।

उसके दोस्त अपराधियों के सिंडिकेट के बारे में जानकारी रखते थे। दोस्त ने उसे एटीएम में पैसे की निकासी वाले स्थान को चेक करने को कहा। इसके बाद चेक करने पर निकासी वाले स्थान पर कुछ सटा हुआ पाया। चाभी से हटाने के बाद एटीएम में फंसे हुए रुपये वापस मिल गए।

इसी तरह हीरापुर बैंक ऑफ इंडिया शाखा के नीचे स्थित बीओआई के एटीएम से भिस्तीपाड़ा के रहनेवाले राजेश यादव रुपये की निकासी की थी। उन्होंने एटीएम से 15 हजार रुपये निकालने की प्रक्रिया शुरू की।

बैंक प्रबंधन ने लौटाए रुपये

उनके मोबाइल पर रुपये निकासी का मैसेज भी आया, पर रुपये एटीएम में फंसे रह गए। एटीएम के ऊपर बैंक है, वहां जाकर उन्होंने तत्काल शिकायत की। बैंक प्रबंधक ने फौरन पहले एटीएम को बंद करवाया इसके बाद ग्राहक को रुपये लौटाए गए।

सभी बैंक अधिकारी इन दिनों एटीएम में साइबर अपराधियों की करतूत को लेकर लोगों को अलर्ट कर रहे हैं। बैंक अधिकारियों की जनता से अपील है कि इस तरह के मामले आते हैं तो खुद भी अलर्ट रहे हैं और इसकी शिकायत बैंक प्रबंधन से भी करें।

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