मॉर्निंग वॉक से आ सकती है मौत, ब्लड प्रेशर के हैं मरीज तो ठंड में कई बातों का रखें ख्याल; सुबह नहाने से भी बचें
ब्लड प्रेशर के मरीजों को ठंड के समय में कई बातों का ख्याल रखना पड़ता है। ठंड ब्लड प्रेशर के मरीज लिए जानलेवा साबित हो सकता है। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। सर्दियों में सबसे ज्यादा ब्रेन स्ट्रोक के खतरे ब्लड प्रेशर के मरीज को होते हैं। ऐसे में मरीज को धूप निकलने के बाद मॉर्निंग वॉक पर निकलना चाहिए।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद कोयलांचल में हर दिन पारा लुढ़क रहा है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से घटकर अब 24 -25 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 22 -23 से घटकर 17-18 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। ऐसे में सुबह की ठंड ब्लड प्रेशर के मरीज लिए जानलेवा साबित हो सकता है। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
ब्लड प्रेशर के मरीजों को ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
ब्रेन स्ट्रोक की सबसे ज्यादा मामले नवंबर, दिसंबर और जनवरी में मिलते हैं। सदर अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर मासूम आलम बताते हैं सर्दियों में सबसे ज्यादा ब्रेन स्ट्रोक के खतरे ब्लड प्रेशर के मरीज को होते हैं। ऐसे में मरीज को धूप निकलने के बाद मॉर्निंग वॉक पर निकलना चाहिए।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें.
ठंड में नस के सिकुड़ने से बड़ा खतरा
डा. मासूम बताते हैं ठंड जैसे-जैसे बढ़ती है, इससे हमारे शरीर की नस सिकुड़ती है। ब्लड प्रेशर के मरीज में रक्त का प्रवाह तेजी से होता है। हमारे सिर में काफी पतले नस (न्यूरोन) काफी संख्या में होते हैं।
यहां भी रक्त का प्रभाव तेज होता है, जबकि न्यूरोन सिकुड़ती जाती है। और यहीं से न्यूरोन फट जाती है और मरीज को ब्रेन स्ट्रोक हो जाता है। धूप निकलने के बाद ठंड थोड़ी कम होती है, ऐसी स्थिति में मॉर्निंग वॉक सही रहता है।
ब्लड प्रेशर के मरीज सुबह नहाने से भी करें परहेज
ब्लड प्रेशर के मरीज को सुबह में नहाने पर भी परहेज करने को कहा जाता है। ठंड के वजह से ऐसे मरीज का न्यूरोन कई बार नहाते वक्त फट जाते हैं और वह बाथरूम में गिर जाते हैं, ऐसे भी मामले अस्पताल में आते हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों को इसे लेकर जागरूक किया जा रहा है।
इन बातों का रखें ख्याल
- - धूप निकलने के बाद मॉर्निंग वॉक पर जाएं।
- एकांत जगह पर मॉर्निंग वॉक नहीं करें।
- ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए सुबह की जगह शाम में मॉर्निंग वाक बेहतर हो सकता है।
- 50 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए सावधानी रखने की जरूरत है।
- खाना में गरम और ताजा खाद्य पदार्थ का ही सेवन करें।
- बाहरी खाना से परहेज करें।
- किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2023: आस्था का महापर्व छठ की तैयारी शुरू, 400 से 600 रुपये केला तो 150 रुपये में बिक रही बांस की टोकरी