Dhanbad: आज कोल इंडिया बोनस को लेकर करेगी बैठक, नवरात्रि से पहले कोयला श्रमिकों को मिलेगा लाभ, इतने का है दबाव
कोयला कर्मियों को बोनस देने पर आज फैसला होगा। इसे लेकर कोल इंडिया ने नई दिल्ली के स्कोप भवन में सुबह 11 बजे बैठक बुलाई है। बताया रहा है कि इस बार भी बैठक में इंटक को नहीं बुलाया गया है। उम्मीद है कि इस बार बोनस का आंकड़ा 80 हजार तक पहुंच जाएगा। 2.38 लाख कोयला श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोयला कामगारों को बोनस (परफॉर्मेंस लिंक्ड रिवार्ड) पर निर्णय लेने के लिए बैठक आज नई दिल्ली स्कोप भवन में 11 बजे शुरू होगी। हालांकि, इस बार भी इंटक को बैठक से बाहर रखा गया है, जबकि अन्य श्रमिक संगठनों ने कहा कि इंटक को भी बैठक में प्रबंधन को बुलाना चाहिए।
पत्र में बीएमएस, एचएमएस के दो - दो प्रतिनिधि व सीटू, एटक से एक एक प्रतिनिधि को बुलाया है। कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद इस बैठक में वीसी के माध्यम से उपस्थित होंगे।
इधर, 2023 में कितना बोनस मिलेगा, इसको लेकर कयासों का दौर चल रहा है। 2022 में 76,500 रुपए बतौर बोनस भुगतान हुआ था। बीते वर्षों के भुगतान के लिहाज से माना जा रहा है कि इस साल 78 से 80 हजार के बीच बोनस मिलने की संभावना जताई जा रही है।
एक लाख से कम बोनस पर नहीं होगा समझौता- नाथूलाल
कोल सेक्टर के सबसे बड़े श्रमिक संगठन (एचएमएस) के नेता नाथूलाल पांडेय ने कहा कि इस साल एक लाख रुपए बोनस से कम में समझौता नहीं किया जाएगा। पांडेय ने कहा कि कुछ भी हो जाए एक लाख रुपए बोनस लेकर रहेंगे।
इंटक राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के महासचिव एसक्यू जामा ने कोल इंडिया चेयरमैन व डीपी को पत्र लिखकर एक लाख बोनस एक लाख देने की रखी मांग।
बैठक में कोल इंडिया डीपी विनय रंजन, डीएफ देवशीष नंदा, बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता, ईसीएल डीपी आहूती स्वाईं, सीसीएल डीपी हर्ष नाथ मिश्रा, बीसीसीएल डीपी एमके रमैय्या, बीएमएस सुधीर घुर्डे, एम हक, एटक से रमेंद्र कुमार, सीटू से डीडी रामानंदन, एचएमएस से नाथू लाल पांडेय, एसके पांडेय सहित एससीसीएल, कोयला कंपनियों के निदेशक मौजूद रहेंगे।
कोल इंडिया का मुनाफा का ग्राफ बढ़ा
कोयला श्रमिकों को वित्त वर्ष 2022-23 के मुनाफे के आधार पर ही बोनस को लेकर फैसले लिए जाएंगे। 2022-23 में कोल इंडिया की चारों तिमाही में कंपनी को 28,125 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।
साथ ही बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल भी बेहतर प्रदर्शन रहा है। इस लिहाज से यूनियन का दबाव रहेगा कि इस बार कोयला श्रमिकों को अधिक से अधिक बोनस का लाभ मिले।
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कब कितना मिला बोनस
2011 - 21,000
2012 - 26,000
2013 - 31,500
2014 - 40,000
2015 - 48,500
2016 - 54,000
2017 - 57,000
2018 - 60,500
2019 - 64,700
2020 - 68,500
2021 - 72,500
2022- 76,500
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