Commercial Mining: श्रमिक संगठन 18 को हड़ताल पर अडिग, कोयला मंत्री ने व्यवसायिक खनन को बताया अति आवश्यक
Commercial Mining कोरोना और लॉकडाउन के कारण देश की सुस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत व्यवसायिक खनन का शुभारंभ किया है।
By MritunjayEdited By: Updated: Sat, 08 Aug 2020 05:57 PM (IST)
धनबाद, जेएनएन। देश में कॉमर्शियल माइनिंग का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोयला उद्योग में मान्यता प्राप्त सभी मजदूर संगठन इसके विरोध में झंडा उठाए हुए हैं। तीन दिवसीय हड़ताल-2-4 जुलाई, 2020 करने के बाद एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। अब 18 अगस्त को हड़ताल की तैयारी की जा रही है। इसी दिन 41 कोल ब्लॉकों की नीमाली होनी है। इसी माैके पर मजदूर संगठनों ने विरोध जताने के लिए हड़ताल की घोषणा की है। दूसरी तरफ केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी मजदूर संगठनों को साधने में जुट गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर व्यवसायिक खनन को देश के लिए जरूरी करार दिया है।
भविष्य की अपनी कोयला जरूरतों को पूरा करने और कोयला आयात कम करने के लिए भारत का अपने विशाल कोयला भंडार का समुचित दोहन करना अति आवश्यक है। व्यावसायिक कोयला खनन से कोयले का अधिक उत्पादन एवं आपूर्ति कर देश को #AatmanirbharInCoal बनाने में मदद मिलेगी। #Vocal4LocalCoal
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) August 7, 2020
कोरोना और लॉकडाउन के कारण देश की सुस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत व्यवसायिक खनन का शुभारंभ किया है। इसके विरोध में जुलाई में तीन दिवसीय हड़ताल के बाद अब एक बार फिर बीएमएस,एटक,इंटक,एचएमएस , सीटू के संयुकत महासंघ ने आगामी 18 अगस्त को हड़ताल का नोटिस दिया है। 18 अगस्त को 41 कोल ब्लॉकों की नीलामी होनी है। इनमें झारखंड के 9 कोल ब्लॉक शामिल हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।