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'गोली मार दिए हैं नहीं बच पाएगा...' महज दस हजार में अपराधियों ने दीपक को मारी थी गोली, फिल्‍मी स्‍टाइल में बना था प्‍लान

धनबाद में व्‍यवसायी दीपक अग्रवाल को गोली मारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ व्‍यवसायियों ने बंद का ऐलान किया है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रिंस और उसके गुर्गों पर नकेल कसने के प्रयास में जुटी है। दीपक को चार लड़कों ने महज दस हजार रुपये के लिए गोली मार दी। उन्‍हें लालच दिया गया था कि यह पैसे कमाने का एक अच्‍छा रास्‍ता है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Thu, 02 Nov 2023 01:05 PM (IST)
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गैंग्‍स ऑफ वासेपुर प्रिंस खान की एक फाइल फोटो।

जासं, धनबाद। बैंकमोड़ के मोटर पार्ट्स व्यवसायी दीपक अग्रवाल की हत्या के लिए प्रिंस खान के खासमखास सैफी उर्फ मेजर ने कोयला काटने वाले एक मजदूर को महज दस हजार रुपये दिया था। दस हजार में ही चारों अपराधी दीपक अग्रवाल को गोली मारकर फरार हो गए थे, यह खुलासा गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के सामने किया है।

पुलिस ने चारों अपराधियों को धर दबोचा

ऐसे तो दीपक की हत्या के लिए एक लाख 70 हजार की सुपारी मेजर ने दिया था, पर घटना कारित करने के लिए दस हजार रुपये ही अग्रिम राशि के रूप में अपराधियों को मिले थे, इसके बाद ही चारों अपराधी पकड़े गए।

पुलिसिया पूछताछ के दौरान गिरफ्तार रेहान रजा उर्फ राजा उर्फ आर्यन खान ने पुलिस को बताया है कि वह पहले मजदूरी का काम करता था कोयला खदान में कोयला काटता था।

साल 2019 में केंदुआडीह थाना से वह एक हत्या के मामले में जेल गया था। वहीं उसकी दोस्ती बिक्की खान उर्फ शमशाद अख्तर से हुई थी वहां प्रिंस का करीबी गुड्डु अंसारी भी था।

'प्रिंस की गैंग में आने से रुतबा बढ़ेगा'

विक्की खान कमरमकदुमी रोड वासेपुर का रहने वाला है। उससे कहा था कि अगर वह हैदर अली उर्फ प्रिंस खान की गैंग में शामिल हो जाएगा तो उसे कोयला काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। काफी पैसा मिलेगा। लोग उससे डरेंगे भी, गैंग में शामिल होने के कारण उसने खुद काफी पैसे कमाए हैं।

साल 2022 के दिसंबर माह में वह जेल से छूटकर बाहर निकला, तो एक महीने बाद गुड्डु अंसारी ने उसे जेल से ही फोन किया। गुड्डू अंसारी इस वक्‍त भी जेल में बंद है। उसने एक अलग नंबर से व्हाट्सएप काॅल किया था।

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जेल से विक्की ने प्रिंस के भाईयों से रेहान की कराई थी बात

रेहान ने पुलिस को बताया कि जेल से छूटने के बाद विक्की ने एक दिन उसे फोन किया और बोला कि हैदर अली उर्फ प्रिंस खान के लिए काम करोगे, तो पैसा बहुत कमाओगे। उसी दिन उसने जेल में बंद गोडबिन, बंटी अफरिदी रजा समेत कई लोगों से बात भी करवाई। व‍िक्की खान उर्फ शमशाद अख्तर जेल से एक दूसरे नंबर से व्हाट्सएप काॅल कर बोला कि प्रिंस खान के लिए काम करोगे तो अभी एक काम है। इसमें उसे डेढ़ लाख रुपये मिलेगा। यह सुनकर वह काफी खुश हो गया।

'भई, काम करना है कि नहीं'

उसके एक सप्ताह बाद फिर विक्‍की ने कॉल कर बोला कि काम करना है कि नहीं, तो वह तैयार हो गया। फिर विक्की ने उससे कहा कि बैंकमोड़ में गुडबिल प्लाजा है, जहां पर एक कार सेंटर नाम की दुकान है उसी के मालिक की गोली मारकर हत्या करनी है।

इसके लिए उसे एक लाख 70 हजार रुपये मिलेंगे। इसके लिए कुछ और लड़कों की जरूरत पड़ेगी इसलिए तुम अपने भरोसेमंद कुछ लड़कों का जुगाड़ कर लो। गोली दुर्गापूजा के बाद चलानी है।

अपराधियों को मिला पैसे कमाने का आसान रास्‍ता

उसे आगे बताया गया कि अग्रिम राशि के तौर पर अभी दस हजार रुपये मिलेंगे। इसके बाद गोली चलाने की बात का जिक्र उसने अपने दोस्त आतीफ अली उर्फ गोलू, साहिल अंसारी, राजीव कुमार साव तथा छोटू के सामने किया। सभी को कमाने का रास्ता बताने पर तैयार हो गए। फिर प्लानिंग हुई।

इस बीच चारों दोस्त कई बार मिले और प्रिंस खान के गैंग में शामिल होने के फायदे और नुकसान के बारे में बात की और काम करने के लिए राजी हो गए।

फिर एक बार विक्की ने व्हाट्सएप काॅल किया और बोला कि काम करना है तो बरवाअड्डा चले जाओ वहां दो लड़के मिलेंगे जो तुम्‍हें एक बैग थमाएंगे, जिसमें तीन हथियार होगा। उसे लेकर अपने पास रखो।

इसके बाद दो दिनों के अंदर दस हजार रुपये की अग्रिम राशि भी मिल जाएगी। फिर काम होने पर एक लाख 60 हजार रुपये दिया जाएगा।

ऐसे मिला हथियारों से भरा बैग

विक्की को उसने कहा कि छोटू और राजीव बरवाअड्डा जा रहा है। उसी को बैग दिलवा दीजिएगा। इसके बाद छोटू व राजीव बाइक लेकर बरवाअड्डा पहुंचे। वहीं दो युवक आए और उन्‍हें हथियारों से लैस बैग दिया।

इस बीच उसके मोबाइल पर एक वाट्सएप काॅल आया,जो सैफी उर्फ मेजर का था। उसने उसे ठीक से काम करने की सलाह दी। हथियार लेकर बरवाअड्डा से आने के बाद वे लोग अपने-अपने घर चले गए। इसके बाद वह दोनों हथियार छोटू से लेकर अपने घर चला गया।

दुकान के सामने जुटे चारों दोस्‍त

फिर दुर्गापूजा समाप्त होते ही व‍िक्की ने फोन किया कि अब तैयारी कर लो। घटना के दिन विक्की व मेजर लगातार उससे व्हाट्सएप काॅल पर पल-पल की जानकारी ले रहा था।

घटना के दिन वह साहिल व छोटू को बाइक दिया और बोला कि नंबर फ्लेट खोलकर दोनों गाड़ी से बैंकमोड़ पहुंचो। वह खुद गोलू के साथ ऑटो से बैंकमोड़ पहुंचा। वहां दीपक अग्रवाल के पार्ट्स दुकान के पास सभी एक साथ जुटे। वहीं गुटखा खाया।

घटना के बाद फरार हुए अपराधी

छोटू को बोला कि तुम लोग गोली मारकर भाग निकलना। वह ऑटो पकड़कर कुसुंडा जा रहा है। छोटू और साहिल को काम सौंपकर वह ऑटो से निकल गया और गोलू को कहा कि तुम बाइक लेकर तैयार रहना।

अगर जरूरत पड़े, तो घटना के बाद उसी बाइक से फरार हो जाना। कुछ देर बाद छोटू कुसुंडा पहुंचा और बोला कि एक गोली मार दिए हैं, बचेगा नहीं पर गोली चलते ही काफी लोग जमा होने लगे थे, इसलिए भाग निकले हैं।

फिर विक्की ने फोन कर कहा कि जो कपड़ा पहनकर घटना को अंजाम दिया है। उस कपड़े को बदल लो। उसके कहने पर वे लोग अपना कपड़ा बदलकर एक जगह छुपा दिए थे।

जिस बाइक व हथियार से घटना को अंजाम दिया उसे भी लोगों ने छुपा दिया था। जिसे पुलिस ने उसके निशानदेही पर बरामद किया है।

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