CoronaVirus: 20 हजार से ज्यादा लोगों को भेजे गए मैसेज, फिर भी बूस्टर डोज लगवाने में कोई दिलचस्पी नहीं
CoronaVirus धनबाद में बूस्टर डोज का टीका लगवाने में लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों पर आलम यह है कि कई लोग नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20000 से ज्यादा लोगों के निबंधित मोबाइल पर मैसेज भेजे गए हैं।
By Deepak Kumar PandeyEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 10:38 AM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद में बूस्टर डोज का टीका लगवाने में लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों पर आलम यह है कि कई लोग नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20,000 से ज्यादा लोगों के निबंधित मोबाइल पर मैसेज भेजे गए हैं। ऐसे लोगों को लगातार बूस्टर टीका लगाने की अपील की जा रही है। उन्हें बताया जा रहा है बूस्टर डोज लगवाने का समय हो गया है, लेकिन मैसेज के बावजूद लोग बूस्टर डोज का टीका लेने नहीं आ रहे हैं।
जिला टीकाकरण पदाधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि मैसेज और सूचना के बावजूद लोग टीकाकरण में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। वहीं टीके की पहली और दूसरी डोज के लिए भी लोग ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। धनबाद में 11.50 लाख लोगों को बूस्टर डोज का टीका लगाना है।संक्रमण का असर हुआ कम तो लोगों ने छोड़ी टीके की चिंता
डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि दरअसल धनबाद में कोरोना वायरस के संक्रमण का असर कम हो गया है। संक्रमण का स्तर कम होने की वजह से लोग अब खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि लोग बूस्टर डोज का टीका नहीं लगवाना चाह रहे हैं। उन्होंने बताया कि टीका लेने के बाद लगभग 9 महीने तक शरीर में एंटीबॉडी बनी रहती है। इसके बाद संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लेना जरूरी हो जाता है। इसी को देखते हुए केंद्र और राज्य की ओर से टीका लगाया जा रहा है। हालांकि जागरूक करने के बावजूद लोग उदासीन हैं।
टीकाकरण को लेकर बच्चों में उत्साह
टीकाकरण को लेकर भले ही वयस्कों में उत्साह कम हुआ है, लेकिन बच्चों में उत्साह बरकरार है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो जिले में 12 से 14 वर्ष के बीच के बच्चों का टीकाकरण 84 हजार से अधिक हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन बच्चों को काॅर्बोवैक्स वैक्सीन लगाई जा रही है। केंद्र सरकार की ओर से फिलहाल इसी वैक्सीन की आपूर्ति सबसे ज्यादा हो पा रही है।
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