सेंट्रल अस्पताल में तीन की मौत, जमकर बवाल, चिकित्साकर्मियों से मारपीट
धनबाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ बेड की कमी की वजह से अब संक्रमितों के स्वजनों ने अस्पतालकर्मियों पर हमले भी शुरू कर दिए हैं। अस्पताल में हल्ला-हंगामा आम हो गया है। रविवार रात से सोमवार की शाम तक केंद्रीय अस्पताल में तीन बार हंगामा हुआ।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 04 May 2021 01:43 AM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद : कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ बेड की कमी की वजह से अब संक्रमितों के स्वजनों ने अस्पतालकर्मियों पर हमले भी शुरू कर दिए हैं। अस्पताल में हल्ला-हंगामा आम हो गया है। रविवार रात से सोमवार की शाम तक केंद्रीय अस्पताल में तीन बार हंगामा हुआ। इसकी वजह से सरायढेला पुलिस व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान केंद्रीय अस्पताल में कैंप किए रहे। एक नर्स को गंभीर चोट भी आई है जिसकी वजह से उसे केंद्रीय अस्पताल में ही भर्ती करना पड़ा।
महिला की मृत्यु के बाद नर्स पर हमला : जानकारी के मुताबिक रविवार देर रात एमएस-2 वार्ड के नवनिर्मित महिला वार्ड में एक महिला की मृत्यु हो गई। मृतका के स्वजनों का आरोप था कि उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन चिकित्साकर्मियों ने ध्यान नहीं दिया और उनकी मौत हो गई। इस दौरान मौके पर मौजूद नर्स देवयानी देव पर स्वजनों ने बीपी मशीन उठाकर फेंक दिया। उनके सीने में चोट आई और उन्हें भर्ती किया गया। इसके खिलाफ अन्य चिकित्साकर्मी वार्ड छोड़कर भाग निकले। उन्होंने अस्पताल के बाहर ताला बंदी कर दी। बीसीसीएल कर्मी के स्वजनों ने किया हंगामा : सोमवार सुबह बीसीसीएल के लोदना क्षेत्र में फिटर का काम करने वाले एक रोगी की मौत होने पर उनके स्वजनों ने भी बवाल किया। स्वजनों का आरोप था कि मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन चिकित्साकर्मियों ने उन्हें इंजेक्शन लगा दिया। इसके फौरन बाद उनकी मौत हो गई। चिकित्साकर्मियों से हाथापाई भी की गई। बवाल को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने सीआइएसएफ को सूचना दी। तत्काल एक कंपनी पहुंची और उन्होंने हंगामा करने वालों को नियंत्रित किया। इस दौरान सरायढेला थाना की पुलिस भी पहुंची।
मरीज को सीसीयू वार्ड में भेजने को किया बवाल : सोमवार की शाम भी एमएस-2 वार्ड के एक रोगी की स्थिति गंभीर हो गई। स्वजनों ने उसे क्रिटिकल केयर यूनिट में भेजने को लेकर हंगामा किया। इस मरीज की भी मौत हो गई। मौके पर मौजूद चिकित्साकर्मियों के साथ गाली गलौज किया गया। तत्काल सीआइएसएफ जवानों ने मोर्चा संभाला और मामला शांत कराया। सरायढेला थाना से पुलिस टीम भी पहुंची लेकिन कोई लिखित शिकायत नहीं होने पर मामला दर्ज नहीं किया गया। हंगामा करने वालों पर हो मुकदमा :
बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के केंद्रीय अस्पताल इकाई ने हंगामा करने वालों पर मामला दर्ज करने की मांग की है। शाखा अध्यक्ष शंकरी देव व सचिव भारत भूषण ने बीसीसीएल के कार्मिक निदेशक व अस्पताल के सीएमएस को लिखे पत्र में कहा है कि चिकित्साकर्मी अपनी जान पर खेल कर रोगियों की सेवा कर रहे हैं। महामारी में मौत होती ही है। इसके लिए चिकित्साकर्मियों पर हमले करना हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। हंगामा करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए अन्यथा ऐसी स्थिति में काम करना संभव नहीं होगा। वर्जन ------- जो भी हंगामा हुआ है जनरल वार्डों में हुआ है। हमारे पास अब सिलेंडर पर्याप्त हैं लेकिन ऑक्सीजन प्वाइंट कम हैं। ऐसे में सबको एक साथ ऑक्सीजन देना संभव नहीं। हमने ऑक्सीजन प्वाइंट बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन मिस्त्री मिल नहीं रहे। जो मिल रहे वह अस्पताल आना नहीं चाहते। रोगी के स्वजन उन्हें अन्यत्र ले जाना नहीं चाहते। ऐसे में केस खराब हो रहा है। जहां तक गलत सूई लगाने की बात है तो वह गलत है। क्रिटिकल सिचुएशन में रोगी को जीवन रक्षक सूई दी जाती है। वही सूई दी गई थी, लेकिन रोगी ठीक नहीं हुआ। मरीज के स्वजनों को धैर्य से काम लेना चाहिए। डॉ. आरके ठाकुर, सीएमएस, केंद्रीय अस्पताल
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