Deoghar Septic Tank Incident: देवघर में सेप्टिक टैंक बना माैत का कुआं, मकान मालिक समेत छह ने तोड़ा दम
Deoghar Septic Tank Construction Incident घटना में मरने वालों में कोल्हड़िया गांव निवासी 48 वर्षीय गोविंद मांझी और उनका पुत्र 26 वर्षीय बबलू मांझी व 24 वर्षीय लालू मांझी शामिल है।
यह काफी दुखद घटना है। सरकारी प्रावधान के मुताबिक जो भी सरकारी सहायता होगी मृतक के आश्रितों को दिया जाएगा। इसके लिए सीओ को निर्देश दिया गया है। -
-कमलेश्वर प्रसाद सिंह, उपायुक्त देवघर
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
निश्चित तौर पर सेप्टिक टैंक बनाने के मापदंडों की अनदेखी हुई है। टैंक में इनलेट और आउटलेट का छेद निर्माण के दौरान खुला रखा जाता है। इसके लिए अलावा मेन होल भी बंद नहीं किया जाना चाहिए। अगर ये सभी बंद रखे गए होंगे तो टैंक के अंदर जहरीली गैस बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। साथ ही टैैंक में उतरने के पहले ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए थी।
-आरएस दास, सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग
सेप्टिक टैंक निर्माण में चूक हुई है। टैंक के अंदर कार्बन डॉयऑक्साइड की मात्रा अधिक जमा हो गई थी। ऑक्सीजन का लेवल कम होने के कारण अंदर जाने वाले व्यक्तियों का दम घुटने से मौत हुई होगी। कभी-कभार सेप्टिक टैंक के अंदर किसी सामग्री की सडऩे के करण मिथेन गैस भी बनता है और यह गैस भी जानलेवा होता है। आसपास के घरों के सेप्टिक टैंक के रिसाव से भी टैंक में जहरीली गैस जमा होने की संभावना भी रहती है।
-डॉ.नीतिश प्रियदर्शी, सहायक प्रोफेसर, भू-गर्भ विज्ञान विभाग, रांची विश्वविद्यालय