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Dhanbad: कोयले के काले कारोबार पर वर्चस्व को लेकर दो गुटों फिर हुई फायरिंग, महीने भर के भीतर तीसरी बार भिड़ंत

धनबाद में कोयले के वर्चस्व को लेकर आए दिन फायरिंग होती रहती है। रविवार को धनसार में कोयला के काले कारोबार पर वर्चस्व को लेकर दो गुटों में भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में हुई फायरिंग एक व्यक्ति को गोली मार दी गई जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Mon, 06 Feb 2023 03:24 PM (IST)
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कोयले के काले कारोबार में वर्चस्‍व के लि‍ए मार दी गोली

 धनबाद, संवाद सहयोगी: धनसार क्षेत्र के मनईटांड़ न्यू क्वार्टर में कोयले का अवैध कारोबार डंके की चोट पर होता है। इस कारोबार में वर्चस्‍व बनाने के लि‍ए कोयला तस्करों के दो गुटों में रविवार रात भिड़ंत हो गई। एक गुट के छोटू ओझा ने गांधी रोड के अमिताभ सिंह को गोली मार दी। अम‍िताभ को उसके साथी उठाकर एसएनएमएमसीएच ले गए। चिकित्सकों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए दुर्गापुर मिशन अस्‍पताल रेफर कर दिया।

धंधे में धमक बनाने के लिए चल रहा था तनाव

स्‍थानीय लोगों का कहना है क‍ि धनसार थाना और सीआइएसएफ की मिलीभगत से न्यू क्वार्टर के पास चार सौ सात वाहनों के जरिये चोरी किया गया कोयला बाहर भेजा जाता है। इसमें दो गुट लगे हैं। इस धंधे में धमक बनाने के ल‍ि‍ए दोनों गुटों में कई दिनों से तनाव चल रहा था।

एक महीने के भीतर तीसरी बार टकराव

एक महीने के भीतर तीन बार तस्करों के बीच टकराव हो चुका है। फायर‍िंग के अलावा वाहनों में तोड़फोड़ की भी घटना हुई है। इसके बावजूद खाकी की चुप्‍पी से कोयले के काले धंधे पर लगाम नहीं लग पा रही है।

बाडीगार्ड कराता है सेट‍िंग

स्‍थानीय लोगों ने बताया क‍ि धनसार थाने में सोनू नाम का बॉडीगार्ड है। वह थानेदार का बेहद करीबी है। धंधेबाजों को काले कारोबार के लि‍ए वही पुलिस प्रशासन से सांठ-गांठ कराता है। पुलिस यद‍ि सख्‍ती द‍िखाए तो न केवल इस काले कारोबार पर लगाम लगे बल्कि ऐसी घटनाओं में भी कमी आए।

चैन की नींद सो रही पुलिस

इलाके में दो बार गोली चल चुकी है, बावजूद धनसार थाने की पुलि‍स चैन की नींद सो रही है। यद‍ि वह सजग होती तो घटना न होती। केवल वसूली की खाति‍र पुलि‍स के भी कुछ लोग लोग इस धंधे को संरक्षण दे रहे हैं।

थाने में बेधड़क आते-जाते हैं माफिया

दोनों गुटों के कई लोगों पर आपरा‍ध‍िक रि‍कार्ड है। बावजूद वे अक्‍सर थाने में भी बेधड़क पहुंचते हैं। छोटू ओझा का भी धनसार थाने में आना जाना खूब होता है जबकि वह हत्या और फायर‍िंग के मामलों में आरोपी रहा है।