Dhanbad: बैंक मोड़ के जांबाज थाना प्रभारी डॉ प्रमोद को मिल चुका राष्ट्रपति से वीरता सम्मान... नक्सलियों में भी था खौफ
बैंक मोड़ थाने से महज 500 मीटर दूर में डकैती हो रही थी। पांच अपराधी मुथूट फाइनांस में लूट-पाट की मंशा से घुसे हुए थे। सूचना पर प्रमोद सिंह मौका-ए-वारदात पर पहुंचते है। अपराधियों से इनका सीधा सामना होता है। अपराधी पुलिस को देखकर फायरिंग शुरू करते है।
By Atul SinghEdited By: Updated: Tue, 06 Sep 2022 06:59 PM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद: डॉ प्रमोद कुमार सिंह। बैंक मोड़ थाना प्रभारी। अपराधी का एकाउंटर कर फिर से सुर्खियों में आ गए है। हर जुबांन पर इनका ही नाम है। आम पब्लिक, जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन के आला अधिकारियों के बीच बहादूरी की खूब चर्चा हो रही है। धनबाद एएसपी संजीव कुमार ने भी साहसिक कार्य की सराहना की। डॉ प्रमोद ने ऐसा कारनामा पहली बार नहीं किया है। पहले भी अपनी निर्भीकता का परिचय दे चुके हैं। इसी वजह से तो उन्हें राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया जा चुका हैं। इसके अलवा मुख्यमंत्री से भी वीरता सम्मान प्राप्त कर चुके हैं।
बैंक मोड़ थाने से महज 500 मीटर की दूर में डकैती हो रही थी। पांच अपराधी मुथूट फाइनांस में लूट-पाट की मंशा से घुसे हुए थे। सूचना पर प्रमोद सिंह मौके ए वारदात पर पहुंचते है। अपराधियों के सीधा सामना होता है। अपराधी पुलिस को देखकर फायरिंग शुरू करते है। जवाबी हमले में प्रमोद सिंह अपराधी को ढेर कर देते है। प्रमोद ने कहा विल पावर होना चाहिए। पुलिस हमेशा गोली खाने के लिए पैदा होती है। और इस तरह के अपराधियों को गोली मारने के लिए पैदा होती है। बताया कि सुबह पब्लिक से किसी ने कॉल कर घटना की जानकारी दी थी।
इधर धनबाद जिले में लगातार अपराध की घटनाएं बढ़ रही थी। अपराधी के मारे जाने के बाद उनके अंदर भय का माहौल बनेगा। धनसार में कुछ दिन पहले हुई घटना में भी अपराधियों ने सरेशाम 50 लाख की लूट जेवर शोरूम से कर लिया था। बैंक मोड़ भी इस तरह की घटना को अपराधी अंजाम दे चुके है। मुथूट फाइनांस में लूट-पाट करने आए अपराधियों ने स्वीकार किया कि उनका पिछले किसी घटना हाथ नहीं रहा है। घटना से प्रेरित जरूर हुए ।
नक्सलियों को भी सुला चुके मौत की नींद 2004 में पलामू में नक्सलियों से पुलिस टीम की मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में नक्सली को मार गिराए था। इसके बाद 2006 में उन्होंने एक अपराधी को मार गिराया था, जबकि तीन लोग उनकी गोली से जख्मी हुए थे। जमशेदपुर में उन्होंने 2011 में चार अपराधियोंं को मार गिराया था। वर्ष 2018 में उन्होंने सब जोनल कमांडर को एनकाउंटर में मारा था। ऐसे डॉ प्रमोद कुमार सिंह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जाने जाते है।
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