धीरेन रवानी की छत से हत्यारे पहुंचे थे शंकर के घर
चासनाला भौंरा गौरखुंटी निवासी झामुमो नेता शंकर रवानी व उनकी पत्नी बालिका देवी की हत्या
चासनाला : भौंरा गौरखुंटी निवासी झामुमो नेता शंकर रवानी व उनकी पत्नी बालिका देवी की हत्या के साढ़े सात माह बाद सुदामडीह थाना पुलिस ने नामजद आरोपित अमर रवानी व अभिजीत रवानी को शनिवार को जेल भेज दिया। दोनों आरोपितों ने पूछताछ में दोहरे हत्याकांड में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इनसे पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है। कांड के अनुसंधानकर्ता जोड़ापोखर थाना के अंचल निरीक्षक उमेश प्रसाद सिंह व सुदामडीह थाना प्रभारी आदित्य कुमार नायक ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि रेनबो ग्रुप के चेयरमैन धीरेन रवानी के भाई वरुण रवानी के पुत्र अभिजीत रवानी व तारापद रवानी के पुत्र अमर रवानी से दोहरे हत्याकांड में कई बिदुओं पर पूछताछ की गई। अंत में दोनों टूट गए। घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। शुक्रवार को दोनों आरोपितों के साथ पुलिस झामुमो नेता स्व. शंकर रवानी के घर के बगल स्थित दोनों आरोपितों के के घर पहुंची। वहां घर में लगे ताला को तोड़कर प्रवेश किया। तलाशी के दौरान एक कमरे में रखे बक्शे को खोला गया। उसमें रेनबो ग्रुप से संबंधित कागजात के बगल में प्लास्टिक में रखा हत्या में प्रयुक्त देशी पिस्टल को बरामद किया गया। वहीं बैंक मोड़ स्थित बालाजी मैजेस्टिक कांपलेक्स की पार्किंग से हत्या में प्रयुक्त वरुण रवानी के नाम पर निबंधित ग्लैमर मोटरसाइकिल संख्या जीएच 2 एसी 3033 को भी पुलिस ने बरामद किया है।
आरोपितों ने बताया कि धीरेन रवानी की छत के रास्ते हत्यारों ने शंकर के घर में प्रवेश कर घटना को अंजाम दिया गया था। हत्याकांड में 10 प्राथमिक अभियुक्त बनाए गए थे। इसमें छह लोगों वरुण रवानी, विष्णु रवानी, तारापद रवानी और दिलेश्वर रवानी ने पूर्व में सरेंडर कर दिया है। जबकि अमर रवानी व अभिजीत रवानी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। घटना के अप्राथमिकी अभियुक्तों में गिरिडीह निवासी साकिब हुसैन को गिरफ्तार कर पूर्व में ही जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने कहा कि अन्य आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपितों के बयान को बताने से साफ इन्कार किया। कहा कि अनुसंधान अभी जारी है। जल्द ही पूरे कांड का खुलासा कर दिया जाएगा।