Dhanbad News: प्रिंस खान व अमन सिंह गिरोह में क्या है अंतर, दोनों गिरोह की करतूत से पुलिस है परिचित
Dhanbad News धनबाद में प्रिंस खान गैंग और अमन सिंह गैंग का बोलबाला है। दोनों के अपराध करने के तरीके में अंतर है जिससे पुलिस परिचित है। पुलिस के निशाने पर दोनों ही गैंग के अपराधी हैं। एक तरफ अमन रंगदारी के लिए बड़े कारोबारियों को अपना निशाना बनाता है वहीं प्रिंस छोटे-बड़े हर वर्ग के व्यवसायी से रंगदारी मांगता है।
जागरण संवाददाता: धनबाद। धनबाद में प्रिंस खान व अमन सिंह गैंग को पूरी तरह ध्वस्त करना पुलिस के लिए चुनौती बनी है। दुबई में रहते हुए भी प्रिंस खान ने पुलिस की बेचैनी बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों से अमन सिंह का आपराधिक नेटवर्क धनबाद, बोकारो, गिरिडीह में फैला है। हालांकि, उसके अपराध के तरीके से पुलिस पहले से वाकिफ है।
अमन और प्रिंस के अपराध करने के तरीके में अंतर
पिछले कुछ वर्षों से अमन सिंह कोयलांचल में रंगदारी वसूली के लिए अपना हाथ पांव मार रहा है, पर उसका टारगेट सिर्फ बड़े कारोबारी ही रहता है, जबकि प्रिंस खान बड़े-छोटे किसी भी कारोबारी से रंगदारी वसूली की कोशिश करता है।
अमन सिंह अपने गुर्गों पर मोटी रकम प्रत्येक महीना खर्च कर रहा है वहीं प्रिंस खान पांच हजार देकर भी अपने गुर्गों से काम करवा लेता है। अमन सिंह ने कोयलांचल में अपना पांव पसारने के लिए कई छोटे-छोटे गुर्गों को पालना शुरू कर दिया है। अमन सिंह तथा प्रिंस खान के अपराध करने के तरीकों को पुलिस भलीभांति जान चुकी है।
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सुजीत सिन्हा गैंग के नक्शेकदम पर अमन
अमन सिंह गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गैंग की तर्ज पर चलने की कोशिश कर रहा है। सुजीत सिन्हा हार्डकोर अपराधी है और वह भी जेल में रहकर झारखंड के कई जिलों से रंगदारी वसूली की कोशिश करता है। पुलिस मुख्यालय भी सुजीत सिन्हा गैंग पर शिकंजा करने की भरपूर कोशिश की है।
उसके खिलाफ राज्य के कई जिलों में कई मामले दर्ज है, अमन सिंह भी सुजित सिन्हा गैंग की तरह अपना नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश में जुटा है। हालांकि उसके इस कोशिश को नाकाम करने की कोशिश में झारखंड एटीएस व जिला पुलिस काफी पहले से जुटी हुई है।