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विश्वस्तरीय बनेगा धनबाद रेलवे स्टेशन, हर प्लेटफॉर्म पर स्वचालित लिफ्ट और सीढ़ी; जानें क्या-क्या होगी सुविधा

धनबाद स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए 59 लाख खर्च कर डीपीआर तैयार किया गया है। स्टेशन तक पहुंचने के लिए एलिवेटेड ब्रिज का निर्माण होगा। एलिवेटेड ब्रिज से होकर गाड़ियां सीधे स्टेशन के प्रवेश द्वार तक पहुंच सकेंगी और उसके बाद रांगाटांड़ की ओर निकल जाएंगी।

By Jagran NewsEdited By: Roma RaginiUpdated: Sun, 12 Mar 2023 03:28 PM (IST)
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400 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय बनेगा धनबाद रेलवे स्टेशन
धनबाद, जागरण संवाददाता। धनबाद रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी है। नया रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट के तर्ज पर विकसित होगा, जिसका डिजाइन तैयार कर लिया गया है। स्टेशन के नए भवन और पहुंच पथ को धनबाद होकर गुजरने वाली डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।

फ्रेट कॉरिडोर की पटरियां बिछाने के लिए मौजूदा स्टेशन भवन को तोड़ा जाएगा। इसके बदले में जी प्लस 7 का नया स्टेशन भवन बनकर तैयार होगा। अभी जहां रेलवे के प्लेटफार्म और अन्य भवन हैं, वहां सिर्फ प्लेटफार्म और रेलवे ट्रैक ही रहेंगे।

रेलवे टिकट घर, रिटायरिंग रूम, वेटिंग हॉल, आरक्षण कार्यालय के साथ-साथ अन्य समस्त यात्रियों से जुड़ी सुविधाएं ऊपर के तल पर शिफ्ट हो जाएंगी। स्टेशन तक पहुंचने के लिए एलिवेटेड ब्रिज का निर्माण होगा। एलिवेटेड ब्रिज से होकर गाड़ियां सीधे स्टेशन के प्रवेश द्वार तक पहुंच सकेंगी और उसके बाद रांगाटांड़ की ओर निकल जाएंगी।

इतना ही नहीं, धनबाद स्टेशन के उत्तरी और दक्षिणी छोर तक आवाजाही के लिए सबवे भी बनेगा। सबवे के लिए भी स्थल चयन कर लिया गया है। दक्षिणी छोर पर बने सबवे के पास से ही उत्तरी छोर को कनेक्ट करने के लिए सबवे बन कर तैयार होगा। इससे बैंक मोड़ ओवरब्रिज होकर स्टेशन आनेज-जाने की समस्या खत्म हो जाएगी। 

50 साल तक की कार्य योजना के तहत पुनर्विकास की योजना

रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और विश्वस्तरीय सुविधाओं को विकसित करने के लिए पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक अनुपम शर्मा निरीक्षण भी कर चुके हैं। डीआरएम समेत अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ दो घंटे तक स्टेशन के दोनों छोर का निरीक्षण कर नक्शा देखा और उसमें कई संशोधन के निर्देश दिए हैं।

पहले प्रस्तावित योजना में उत्तरी और दक्षिणी छोर को जोड़ने के लिए सबवे शामिल नहीं था। अब इसमें सबवे को भी शामिल करने को कहा गया है। निरीक्षण के दौरान रेल महाप्रबंधक ने अधिकारियों से कहा कि स्टेशन का पुनर्विकास अगले 50 साल तक की कार्ययोजना के तहत किया जाना है।

स्टेशन भवन, पहुंच पथ, आवागमन सुविधा के साथ उन सभी जरूरतों का ख्याल रखा जाए, जिनकी जरूरत अगले 50 वर्षों के दौरान पड़ेगी।

दक्षिणी छोर के प्लेटफार्म के विस्तार के साथ विकसित होगी समस्त सुविधाएं

धनबाद स्टेशन के मुख्य भाग में बड़े बदलाव के साथ-साथ दक्षिणी छोर की सूरत भी पूरी तरह बदल जाएगी। मौजूदा प्लेटफार्म के विस्तार के साथ साथ स्टेशन भवन का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। दक्षिणी छोर पर भी यात्रियों से जुड़ी टिकट बुकिंग, रिटायरिंग रूम, प्रतीक्षालय, कैफे समेत अन्य सभी सुविधाएं विकसित होंगी। बैंक मोड़ समेत उस ओर से आने वाले यात्रियों के लिए दक्षिणी छोर के पहुंच पथ का चौड़ीकरण होगा।

59 लाख से बनकर तैयार हुआ डीपीआर

धनबाद स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए 59 लाख खर्च कर डीपीआर तैयार किया गया है। निरीक्षण के दौरान रेल जीएम ने कंसल्टेंसी कंपनी का डीपीआर भी देखा। बारीकी से मुआयना के बाद कई संशोधन के भी निर्देश दिए।

दोनों छोर का एक जैसा होगा लुक, 400 करोड़ खर्च का अनुमान

धनबाद स्टेशन के मुख्य भाग और दक्षिणी छोर के भवन का लुक एक जैसा होगा। विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए तकरीबन 400 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।

खास बातें-

  • प्रत्येक प्लेटफार्म पर स्वचालित सीढ़ी और लिफ्ट लगेगी।
  • स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट लगेगा।
  • पेयजल, इंटरनेट, खान-पान सुविधाएं, पेयजल की सुविधा, एटीएम समेत अन्य जरूरी सुविधाएं विकसित होंगी।
  • स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग भवन का निर्माण होगा।
  • स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वारा ऐसे होंगे जिससे यात्रियों का भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना होगा
  • दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं, ग्रीन ऊर्जा के लिए स्टेशन पर सोलर पैनल, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वॉटर रीसाइकलिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और अग्निशमन की अपग्रेड व्यवस्था होगी। 
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