पहले भी विवादों में रहे हैं Dhanbad SDM, क्या छात्राओं पर लाठी चार्ज मामले में होगी कार्रवाई
एसडीएम सुरेंद्र कुमार पर पहले भी वसूली के गंभीर आरोप लग चुके हैं। झारखंड सरकार के निर्देश पर तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने धनबाद के एडीएम विधि व्यवस्था चंदन कुमार से जांच करवाई थी। सरकार को जांच रिपोर्ट भेजी गई। कार्रवाई की जगह जांच रिपोर्ट दबा दी गई।
By MritunjayEdited By: Updated: Mon, 09 Aug 2021 03:41 PM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद। एसडीएम सुरेंद्र कुमार विवादों में हैं। अबकी उनपर बेवजह बिना चेतावनी इंटर की छात्राओं पर लाठी चार्ज करने का आरोप है। इस मामले को लेकर धनबाद की राजनीति गर्म है। आंदोलन जारी है। भाजपा समेत तमाम विपक्ष इस घटना को लेकर हेमंत सोरेर सरकार को घेरने में जुटा है। सरकार को स्टूडेंट्स विरोधी और क्रूर बताने से विपक्ष पीछे नहीं हट रहा है। सरकार बचाव की मुद्रा में है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और धनबाद के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश पर धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह ने जांच कमेटी बनाई है। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। पर बड़ा सवाल यह है कि एसडीएम सुरेंद्र कुमार के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी? उनपर पहले भी वसूली के गंभीर आरोप लग चुके हैं। झारखंड सरकार के निर्देश पर तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने धनबाद के एडीएम विधि व्यवस्था चंदन कुमार से जांच करवाई थी। सरकार को जांच रिपोर्ट भेजी गई। कार्रवाई की जगह जांच रिपोर्ट दबा दी गई।
एसी और सिटी एसपी ने शुरू की जांच शुक्रवार को छात्राओं पर हुए लाठी चार्ज की जांच के लिए उपायुक्त संदीप सिंह के निर्देश पर कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी ने शनिवार देर शाम से मामले की जांच शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उपायुक्त को घटना की जांच कराने का निर्देश दिया था। एडीएम ला एंड आर्डर कुमार ताराचंद ने बताया कि जांच का जिम्मा अपर समाहर्ता (एसी) श्याम नारायण राम और एसपी सिटी आर रामकुमार को दिया गया। दोनों अधिकारियों ने शुक्रवार से ही जांच शुरू कर दी है। जांच तेजी से की जा रही है। दो से तीन दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि कमेटी अपनी जांच पूरी करने के साथ रिपोर्ट उपायुक्त को सौंप देगी। रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
लाठी चार्ज में कई छात्राएं घायल जैक द्वारा घोषित 12वीं के नतीजों में फेल छात्राओं ने इसके विरोध में पिछले सप्ताह से ही आंदोलन छेड़ रखा है। इसी बीच सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता के समाहरणालय परिसर में आने की सूचना आंदोलनरत छात्राओं को मिली। वे मंत्री से मिल अपना दुखड़ा सुनाने वहां पहुंची थी। लेकिन अधिकारियों ने उन्हें मिलवाने से इन्कार कर दिया। छात्राएं वहीं धरने पर बैठ गईं और नारेबाजी शुरू कर दी। साथ ही एसडीओ द्वारा वार्ता के प्रस्ताव को भी ठुकराते हुए मंत्री को बुलाने की मांग पर अड़ी रही। इसपर एसडीओ सुरेंद्र कुमार ने बगैर चेतावनी दिए उनपर लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कई छात्राएं चोटिल हो गई। इसके विरोध में भाजपा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से लगातार आंदोलन किया जा रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।