धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग के डायवर्सन से कुसुंडा स्टेशन पर मंडराया खतरा, यहां से बंद होगा ट्रेनों का आना-जाना
धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन के नये डायवर्सन का प्लान बनकर तैयार हो गया है। इससे कई छोटे स्टेशनों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इसके तहत कुसुंडा स्टेशन के रास्ते से पैसेंजर ट्रेन बंद करने का प्रस्ताव भी शामिल हैं।
आशीष अंबष्ठ, धनबाद। धनबाद चंद्रपुरा रेल मार्ग के डायवर्सन को लेकर प्रस्तावित नई योजना में कुसुंडा सहित कई छोटे स्टेशनों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इस योजना के क्रियान्वित होने से रेलवे को धनबाद चंद्रपुरा लाइन की ट्रेनों को वैकल्पिक रूट पर चलाने का एक और विकल्प मिल जाएगा। साथ ही धनबाद स्टेशन के प्लेटफार्म 6 और 7 से खुलने और गुजरने वाली ट्रेनों के सुचारू संचालन में भी काफी सुविधा हो जाएगी।
कुसुंडा से गाड़ियों का परिचालन होगा बंद
प्रस्तावित योजना के अनुसार, रेलवे इसके लिए प्लेटफार्म छह और सात से सटे दक्षिणी यार्ड का उपयोग कर सकती है। नई व्यवस्था को लागू किए जाने का सबसे बुरा असर कुसुंडा स्टेशन पर होगा। जहां से पैसेंजर गाड़ियों का परिचालन बंद होने से यात्रियों को परेशानी होगी। हालांकि, प्रस्ताव के अनुसार धनबाद से न्यू कुसुंडा भूली लिंक लाइन का विकल्प उनके लिए उपलब्ध रहेगा। भूली से मौजूदा ग्रैंड लाइन पर ही मतारी से गोमो प्रवेश किए बगैर तेलो तक नई लाइन बनेगी। इसके लिए वाई कनेक्शन प्रस्तावित है।
कई छोटे स्टेशन बंद होने की कगार पर
मतारी से तेलो के बीच वाई कनेक्शन वाली रेल लाइन की लंबाई तकरीबन 21 किलोमीटर की होगी। इसके साथ ही गोमो में रेल आन रेल (आरओआर) ब्रिज का निर्माण भी शुरू हो गया है। साढ़े बीस किलोमीटर की लंबाई में बनने वाले नए रेल लाइन का एलाइनमेंट प्रस्तावित डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर को ध्यान में रखकर किया गया है। इससे मौजूदा धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन के बीच कुसुंडा, बसुरिया, बांसजोड़ा कतरास जैसे छोटे स्टेशनों पर बंदी का खतरा आ गया है।
शनिवार को राइट्स ने सौंपा डीपीआर
भूमिगत आग से धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन को डायवर्ट करने को लेकर डीपीआर का ड्राफ्ट झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार को राइट्स की ओर से शनिवार को भेजी गई। 180 पन्ने के इस डीपीआर रिपोर्ट में कई तरह के सुझाव भी दिये गये हैं। इसमें धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन को लेकर विस्तार से रिपोर्ट दी गई है। इसकी पुष्टि राइट्स के सलाहकार महावीर मुखोपाध्याय ने भी की। इस प्रस्तावित डीपीआर में दो सौ करोड़ रुपये बिजली और संचार सेवा के आधुनिकीकरण पर खर्च करने की सलाह दी गई है।
सभी के साथ होगा मंथन
डीपीआर के इस ड्राफ्ट के मसौदे पर जल्द ही झरिया पुनर्वास प्राधिकार, डीजीएमएस, बीसीसीएल, राइट्स के अधिकारी चर्चा कर उसे अंतिम रूप देंगे। साथ ही इस रिपोर्ट को अंतिम स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा जाएगा।
योजना के प्रस्ताव के अनुसार, नया एलाइंमेंट ग्रांड कार्ड के 2429 किलोमीटर पर स्थित मातारी स्टेशन से बाएं मुड़ कर तेलो स्टेशन से यह चंद्रपुरा-गोमोह (नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमोह) खंड के समानांतर चलेगी। इसे महेशपुर में रैपिड लोडिंग सिस्टम नंबर 1 और तेतुलमारी में रैपिड लोडिंग सिस्टम नंबर 2 के साथ सेक्शन को जोड़ने का प्रस्ताव दिया है।
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