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उप राजधानी की सेहत पर नजर: एम्‍स डायरेक्‍टर बोले- सरकार चाहे तो हम चलाएंगे हंसडीहा का मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल

निरीक्षण के क्रम में कार्यकारी निदेशक ने इमरजेंसी कक्ष पुरुष व महिला वार्ड ओपीडी सेंटर पंजीकरण केंद्र रोगी सहायता केंद्र लेबर रूम जच्चा-बच्चा केंद्र ब्लड बैंक पैथोलॉजी सेंटर एक्सरे रूम मर्चरी वार्ड व दवा भंडारण कक्ष के साथ ही साफ-सफाई पेयजल की व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Updated: Sat, 11 Jun 2022 03:35 PM (IST)
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निदेशक ने ऑक्सीजन प्लांट व लिफ्ट आदि के लिए अलग से ज्यादा क्षमता वाले ट्रांसफार्मर की जरूरत बताई।
संवाद सहयोगी, हंसडीहा (दुमका): अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (देवघर) के कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रोफेसर (डॉक्टर) सौरभ वार्ष्णेय ने शनिवार को हंसडीहा स्थित मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्‍होंने इमरजेंसी कक्ष, पुरुष व महिला वार्ड, ओपीडी सेंटर, पंजीकरण केंद्र, रोगी सहायता केंद्र, लेबर रूम, जच्चा-बच्चा केंद्र, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी सेंटर, एक्सरे रूम, मर्चरी वार्ड व दवा भंडारण कक्ष के साथ ही साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया।

नवनिर्मित दो सौ बेड के सुपर मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल में उन्‍होंने एम्स की तर्ज पर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने क‍ी संभावनाएं तलाशीं। हालांकि उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस अस्पताल का संचालन कैसे हो, इसका अंतिम फैसला सरकार को लेना है। अगर सरकार चाहेगी तो इस अस्पताल का संचालन एम्स देवघर के चिकित्सकों व मेडिकल कर्मियों द्वारा किया जा सकता है। एम्स के निदेशक ने जिले के उपविकास आयुक्त व सिविल सर्जन से इस अस्पताल में मिलने जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी भी ली।

इसके बाद निदेशक ने ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में लिफ्ट की जरूरत बताते हुए इसके जल्द स्थापना करने की बात कही। ऑक्सीजन प्लांट व लिफ्ट आदि के लिए अलग से ज्यादा क्षमता वाले बिजली ट्रांसफार्मर की जरूरत भी बताई।

निरीक्षण के क्रम में उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि इतने बड़े अस्पताल में डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ को रहने के लिए क्वार्टर का निर्माण नहीं होना समझ से परे है। क्षेत्र में मरीजों की संख्या के अनुपात में बेहतर चिकित्सा संस्थाओं की कमी से लोगों के इलाज में हो रही परेशानी के मद्देनजर इस अस्पताल में एडवांस तकनीकयुक्त एम्स जैसी जन स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाली एक बेहतर संस्था बनाने की जरूरत बताई। कहा कि इस अस्पताल के चालू हो जाने से संताल परगना के लोगों को बेहतर इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

निरीक्षण के क्रम में एम्स देवघर के चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल के अलावा उपविकास आयुक्त कर्ण सत्यार्थी, सिविल सर्जन बीपी सिंह, बीडीओ सरैयाहाट दयानंद जायसवाल व प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉक्‍टर ओमप्रकाश मुख्य रूप से मौजूद रहे। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व ही इस अस्पताल का निरीक्षण राज्य के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) अरुण कुमार सिंह कर चुके हैं।

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