धनबाद में 10 से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम, 24 लाख को खिलाई जाएगी दवा; स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की तैयारी
धनबाद में 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके तहत 24 लाख लोगों को दवा खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। दवा खिलाने को लेकर डॉक्टर और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 15 दिनों में विभिन्न जगहों पर दवा वितरण केंद्र बनाकर दवा खिलाई जाएगी। फाइलेरिया रोधी दवा सभी सरकारी और निजी स्कूलों और अस्पतालों में खिलाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 10 फरवरी से लेकर 25 फरवरी के बीच 24 लाख लोगों को दवा खिलाई जाएगी। इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग में शुरू कर दी है।
दवा खिलाने को लेकर डॉक्टर और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लगभग 10000 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी, आंगनबाड़ी कर्मी, सहिया आदि का दवा खिलाने के लिए सहयोग लिया जा रहा है। 15 दिनों में विभिन्न जगहों पर दवा वितरण केंद्र बनाकर दवा खिलाई जाएगी। सदर अस्पताल में मंगलवार को कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
सभी सरकारी और निजी स्कूलों में भी खिलाई जाएगी दवा
फाइलेरिया रोधी दवा सभी सरकारी और निजी स्कूलों और अस्पतालों में खिलाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के साथ बैठक करके स्कूलों को चिन्हित किया गया है। स्कूलों में शिक्षकों को भी इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इस दौरान स्कूलों में फाइलेरिया को लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नहीं दी जाएगी दवा
कार्यक्रम के तहत 2 वर्ष से ऊपर के बच्चों से लेकर 60 वर्ष के बुजुर्गों तक की दवा खिलाई जाएगी। इसके तहत लोगों को फाइलेरिया की दवा एल्बेंडाजोल और डीएसई खिलाई जाएगी।
कार्यक्रम की शुरुआत 10 फरवरी को सदर अस्पताल प्रांगण में दवा खिलाकर की जाएगी। सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने लोगों से दवा खाने की अपील की है।
यह भी पढ़ें: न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने खेला 'आदिवासी कार्ड', झारखंड में कर दी बड़ी घोषणा; यहां पढ़ें क्या होगा फायदा
यह भी पढ़ें: हेमंत सोरेन के इन करीबियों की बढ़ी मुश्किलें, ईडी ने उठा दिया बड़ा कदम; डिस्चार्ज याचिका खारिज कर अब आरोप गठन की है तैयारी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।