टुंडी गिरिडीह मुख्य मार्ग पर वाहन की चपेट में आने से वन विभाग के चालक की मौत, विरोध में सड़क जाम
टुंडी गिरिडीह मुख्य मार्ग मंझलाडीह के समीप गुरुवार को हुए सड़क हादसे में टुंडी वन कार्यालय के दैनिकभोगी चालक की मौत हो गई जिसका ग्रामीणों ने विरोध करते हुए पिछले पांच घंटे से मुख्य पथ को जाम कर रखा। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को उठाने देने से भी इंकार कर दिया। मृतक की पहचान 35 वर्षीय बीरालाल सोरेन के रूप में हुई है।
संवाद सहयोगी, टुंडी (धनबाद)। टुंडी गिरिडीह मुख्य मार्ग मंझलाडीह के समीप गुरुवार को सड़क दुघर्टना में टुंडी वन कार्यालय के दैनिकभोगी चालक की मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने पिछले पांच घंटे से मुख्य पथ को जाम कर रखा है। जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई है।
कैसे हुई घटना
टुंडी प्रखंड के बगल स्थित गांव परसाटांड़ (कुशमाटांड) गांव के रहने वाले वन विभाग के दैनिकभोगी चालक 35 वर्षीय बीरालाल सोरेन अपनी बाइक पर सवार होकर मंझिलाडीह गांव की तरह से लौट रहा था।
इसी दौरान वह विपरीत दिशा से जा रहे एमजी हैक्टर चार पहिया वाहन की चपेट में आ गया। वाहन ने उसे कुछ दूर घसीटते हुए कुचल दिया। इससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
ग्रामीणों ने नही दिया शव उठाने
घटना के बाद टुंडी थानेदार असीम कमल टोपनो दलबल के साथ पहुंचे व लाश को पोस्टमार्टम के लिए उठाने लगे। इससे ग्रामीण आक्रोशित होकर शव को उठाने नहीं दिया। स्थिति की गंभीरता को देख पुलिस भी बैकफुट चली आई। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। ग्रामीण व स्वजनों पांच लाख रूपये व नियोजन की मांग को लेकर अड़ गए।
इधर टुंडी बीडीओ सह सीओ शैलेन्द्र चौरसिया के घटना के पांच घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने जमकर हाय हाय व मुर्दाबाद के नारे लगाए। समाचार लिखे जाने तक सड़क जाम जारी है व ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। प्रशासन के लोग उन्हें समझने में लगे हैं। सड़क जाम के कारण वाहन चालकों और मालिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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