मां-बेटी दोनों की एक साथ उठी अर्थी, गमगीन हुआ माहौल
निरसा गोपीनाथपुर कोलियरी के बंद ओसीबी में अवैध खनन के दौरान मलवे में दबकर मृत मां व बेट
निरसा : गोपीनाथपुर कोलियरी के बंद ओसीबी में अवैध खनन के दौरान मलवे में दबकर मृत मां व बेटी की अर्थी बुधवार को एक साथ उठी। लोग उस पल को कोस रहे थे जब मां व बेटी अवैध खनन के लिए गोपीनाथपुर कोलियरी ओसीपी गए थे। दोनों का अंतिम संस्कार भालजोरिया स्थित खुदिया नदी श्मशान घाट पर किया गया। मृतका कुंती देवी के 10 वर्षीय पुत्र मिट्ठू शर्मा ने मां व बड़ी बहन पायल कुमारी को मुखाग्नि दी।
बंगाल पाड़ा निवासी मनोज शर्मा बढ़ई का काम कर अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण करता था। कोरोना के कारण दो वर्षों से काम न के बराबर मिल रहा था। इस कारण मनोज दिहाड़ी मजदूरी करने लगा। मनोज शर्मा की दो संतानें बेटी पायल एवं बेटा मिट्ठू शर्मा है। मनोज की पत्नी घर की माली की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण बीते एक सप्ताह से कोयला काटने जाने लगी। इसी कड़ी में उसकी पुत्री भी दो-तीन दिनों से कोयला काटने जा रही थी। मंगलवार अल सुबह कोयला काटने के दौरान मलवा गिरने से उसमें दबकर मां-बेटी दोनों की मौत हो गई। आसनलिया में दी गई जुलेखा को मिट्टंी मंजिल :
अवैध उत्खनन में मरने वाली पहाड़ी बस्ती की जुलेखा खातून पहले दिहाड़ी मजदूरी करती थी। उसके पति करीम अंसारी राजमिस्त्री हैं। उनके 12 वर्षीय पुत्र राजू ने बताया कि घर की माली हालत काफी खराब है। इस कारण मां सुबह उठ कर कोयला काटने चली जाती थी। सुबह 8:00 बजे से दिहाड़ी मजदूरी करने जाती थी। मंगलवार को कोयला काटकर निकलने ही वाली थी कि यह घटना घटी।
जुलेखा खातून का शव उसके मायके वाले पोस्टमार्टम के बाद कालूबथान ओपी क्षेत्र के आसनलिया ले गए। वहीं उसे मिट्टी मंजिल दी गई। उसका पहाड़ी स्थित घर पर ताला बंद है।