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IIT(ISM) के उप निदेशक शालीवाहन आइआइपीई विशाखापत्तनम के निदेशक नियुक्त

प्रो. शालीवाहन को 2020 में जियोफिजिक्स एजुकेशन में उत्कृष्टता के लिए एप्लाइड जियोफिजिक्स द आउटस्टैंडिंग एजुकेटर अवार्ड-2020 से सम्मानित किया जा चुका है। यह आवार्ड सोसायटी आफ एक्सप्लोरेशन जियोफिजिसिस्ट्रस यूएसए की ओर से दिया गया था। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रो. शालीवाहन पहले भारतीय हैं।

By MritunjayEdited By: Updated: Thu, 17 Mar 2022 11:40 AM (IST)
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आइआइटी आइएसएम के उपनिदेशक प्रो शालिवाहन ( फाइल फोटो)।
जागरण संवाददाता, धनबाद। आइआइटी आइएसएम के उप निदेशक और अप्लाइड जियोफिजिक्स के प्रोफेसर शालिवाहन को भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान (आइआइपीई )  विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश का निदेशक नियुक्त किया गया है। प्रोफेसर शालिवाहन कार्यकाल पांच वर्षों का होगा। प्रो. शालीवाहन को 2020 में जियोफिजिक्स एजुकेशन में उत्कृष्टता के लिए एप्लाइड जियोफिजिक्स द आउटस्टैंडिंग एजुकेटर अवार्ड-2020 से सम्मानित किया जा चुका है। प्रो. शालीवाहन को यह आवार्ड सोसायटी आफ एक्सप्लोरेशन जियोफिजिसिस्ट्रस, यूएसए की ओर से दिया गया था। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रो. शालीवाहन पहले भारतीय हैं। अब तक यह आवार्ड किसी भी भारतीय को नहीं मिला है। अब निदेशक बनने पर आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर ने बधाई दी है। प्रो. शालीवाहन आइएसएम के डीन रिसर्च एंड डेव्लपमेंट के पद पर भी रह चुके हैं।

फ्रांस को दे चुके हैं शोध के लिए टिप्स

प्रोफेसर शालिवाहन फ्रांस के वैज्ञानिकों के साथ शोध पर भी काम कर चुके हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में फ्रांस के वैज्ञानिकों के साथ अनुभव साझा किया। ड्रिलिंग से संबंधित रिसर्च के लिए दो शोधकर्ता तीन से छह महीने के लिए कैंपस आए थे। आइआइटी आइएसएम में बज्र संकाय के रूप में फ्रांस के डा. युनिव आंद्रे बतौर फैकल्टी के रूप में आए थे।

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