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आंखों में देखने से नहीं होता आई कंजेक्टिवाइटिस, जानें क्‍या है सं‍क्रमण के पीछे सच, डॉक्‍टर ने बताई असली वजह

दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम जागरण प्रश्न पहर में बुधवार को शहर के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉक्टर गुरु चरण सिंह में सुधि पाठकों के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान कंजेक्टिवाइटिस का मुद्दा उठा तो डॉक्‍टर ने कहा कि यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के आंखों में देखने से नहीं होता है बल्कि उसके इस्‍तेमाल में लाई गई चीजों के संस्‍पर्श में आने फैलता है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 26 Jul 2023 06:18 PM (IST)
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दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम जागरण प्रश्न पहर में लोगों ने कई सवाल।
जागरण संवाददाता, धनबाद। दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम जागरण प्रश्न पहर में बुधवार को शहर के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉक्टर गुरु चरण सिंह में सुधि पाठकों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि मौसम में बदलाव होने की वजह से आई कंजेक्टिवाइटिस (आंखों में लाल पन होना) संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

उन्होंने कहा कि यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के आंखों में देखने से नहीं होता है। यह संक्रमण आंखों से आंखों में देखने से नहीं फैलता। उन्होंने कहा कि यह संक्रमित व्यक्ति के शेयरिंग चीजों जैसे कपड़े, बेड, रुमाल अथवा तोलिया आदि के संपर्क में आने से होता है।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों को यह संक्रमण हुआ है, वे अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोकर ही आंखों को छुए। जिन्हें संक्रमण नहीं हुआ है, वे भी अपने हाथों को साफ पानी से धोते रहें। आंखें ज्यादा लाल होने पर मॉक्सिफ्लाक्सासिन ड्रॉप का प्रयोग किया जा सकता है। ज्यादा बेहतर है कि अपने चिकित्सक से जरूर दिखाएं। कुछ पाठकों के प्रमुख सवाल और उनके जवाब।

सवाल: आंखों में संक्रमण हो गया है, काफी परेशानी हो रही है।

सूरज कुमार, चासनाला।

जवाब: अभी आई कंजेक्टिवाइटिस संक्रमण तेजी से हो रहा है। अपने हाथों से आंखों को नहीं छुए। संक्रमण से बचने के लिए दूसरे को भी साफ-सफाई के लिए कहें।

सवाल: मेरी 8 वर्ष की बहन है, अचानक उसके देखने की क्षमता कम हो रही है, उपाय बताएं।

स्नेहा बनर्जी, कोलकाता

जवाब: आंखों के विभिन्न प्रकार की बीमारियों की वजह से ऐसा हो सकता है। ऐसे में जरूरी है आप किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिले।

सवाल: मैं लैपटॉप पर काम करती हूं। आंखों से काफी पानी निकलता है क्या करूं

प्रीति कुमारी, बारामुड़ी

जवाब: आपको चश्मे की जरूरत हो सकती है। बेहतर होगा आप अपनी आंखों की जांच कराएं। स्क्रीन पर एक नियत समय तक ही आंखों को फोकस करें।

सवाल: मेरी दादी को मोतियाबिंद की शिकायत है और उनका शुगर भी 220 से ज्यादा रहता है, क्या किया जाए। बिट्टू मंडल, सिंदरी

जवाब: मोतियाबिंद ऑपरेशन से पहले मरीज का शुगर का स्तर कम करना होगा। अमूमन 200 से ऊपर शुगर होने पर मोतियाबिंद ऑपरेशन नहीं किए जाते हैं। पहले दवा देकर शुगर को कम करना होगा।

सवाल: आंखों का बेहतर देखभाल कैसे करें। जेबा मरांडी, जिप सदस्य पूर्वी टुंडी

जवाब: आंखों की देखभाल के लिए समय-समय पर जांच जरूरी है। इसके साथ हरी साग-सब्जी और ताजे फलों का सेवन करें। खासकर पीले फल जैसे पपीता, आम, गाजर इनमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होती है। इनका सेवन करें।

सवाल: आंखों में कंजेक्टिवाइटिस हो गया है, क्या करें।

तपेश्वर साव, चिरकुंडा

जवाब: सामान्य आंखों में एंटीबायोटिक ड्रॉप डाल सकते हैं। अपने प्रयोग किए गए कपड़े को किसी दूसरे को संपर्क में नहीं आने दे। 7 दिनों में ठीक हो जाता है।

सवाल: मेरा 6 साल का बच्चा है, 2 महीने से उसकी आंखों में पानी आ रही है क्या करें। रुचिरा, हाउसिंग कॉलोनी

जवाब: अपने बच्चे की आंखों की जांच करवाएं। फिलहाल मोबाइल और टीवी स्क्रीन से दूर रखें। स्क्रीन की वजह से आंखें प्रभावित हो रही हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ से दिखाएं।

सवाल: आंखों में संक्रमण हो रहा है क्या करें।

नीलकंठ रवानी राजगंज

जवाब: अभी मौसम में बदलाव की वजह से आई कंजेक्टिवाइटिस रहे हैं। ऐसे में अपनी आंखों को हाथों से नहीं छुए। एंटीबायोटिक अथवा लुब्रिकेंट्स लगा सकते हैं।

सवाल: आंखों में जलन और लालपन हो गया है। कोई उपाय बताएं। काले खान, कतरास

जवाब: मौसम में बदलाव के वजह से आंखों में वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि बरसात के पानी में नहीं भीगें। अपने चिकित्सक से दिखाएं।

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