घर-घर बनाए जा रहे आयुष्मान कार्ड, अब ग्रीन राशन कार्ड धारियोंं के भी बनेंगे कार्ड, 5 लाख तक का ट्रीटमेंट फ्री
झारखंड में अब ग्रीन कार्ड धारियों का भी आयुष्मान कार्ड बनेगा। इसके लिए अब घर-घर जाकर संबंधित कर्मी लोगों का कार्ड बनाएंगे। धनबाद के सिविल सर्जन कार्यालय से इसे लेकर एक जागरूकता रैली निकाली गई जिसका नेतृत्व सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने किया।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 28 Feb 2023 01:49 PM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद। आयुष्मान भारत के तहत मंगलवार को सिविल सर्जन कार्यालय से जागरूकता रैली निकाली गई। रैली का नेतृत्व सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने किया। यह रैली सिविल सर्जन कार्यालय से होते हुए धनबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंची।
घर-घर जाकर बनाए जा रहे आयुष्मान कार्ड
सिविल सर्जन ने कहा कि पहले लाल और पीला राशन कार्ड धारियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा था, लेकिन अब सरकार के नए नियमों के आलोक में ग्रीन राशन कार्ड धारियों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए आयुष्मान मित्र, संबंधित क्षेत्र की सहिया, आंगनबाड़ी कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को घर-घर जाकर कार्ड बनाने के लिए लगाया जा रहा है।
5 लाख रुपए की निशुल्क मिल रही चिकित्सकीय सेवा
आयुष्मान भारत के तहत कार्ड धारियों को सरकार की ओर से पांच लाख रुपए की निशुल्क चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में कार्ड बन जाने के बाद किसी भी सरकारी अथवा निजी अस्पताल में मरीज अपना इलाज करवा सकते हैं।उन्होंने बताया कि पहले आयुष्मान कार्ड के लिए कैंप लगाए जा रहे थे, लेकिन अब वरीय अधिकारियों के निर्देश पर घर-घर जाकर लोगों को कार्ड बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। विभिन्न ग्रामीण और शहरी इलाकों में विभाग की ओर से आयुष्मान कैंप लगाए जा रहे हैं।
सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत के तहत जल्द सेवा
सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत के तहत जल्द चिकित्सा की सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए आयुष्मान केंद्र स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत के तहत शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सभी आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सूचीबद्ध किया गया है। कुल 36 निजी और सरकारी अस्पताल सूचीबद्ध किए गए हैं।यह भी पढ़ें- प्रशासन ने मूंदी आंख तो स्थानीय लोगों ने नौ करोड़ के स्टेडियम को बचाने का उठाया बीड़ा, आखिर क्यों हुई यह हालत
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