अमन सिंह हत्याकांड: जेल में कैसे पहुंचा हथियार, दोषी कौन; जांच को धनबाद भेजी गई जेल अफसरों की तीन सदस्यीय टीम
कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड के बाद राज्य के चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। अमन सिंह रविवार को धनबाद मंडल कारावास में मार दिया गया। उस पर सात गोली चलाई गई। इस मामले में जांच के लिए जेल आइजी उमाशंकर सिंह ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। समिति के सदस्य धनबाद रवाना हो गए हैं। इस मामले की हर बिंदुु पर जांच होगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। धनबाद मंडल कारावास में हुई गोली कांड मामले में जांच के लिए जेल आइजी उमाशंकर सिंह ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। समिति के सदस्य धनबाद रवाना हो गए हैं। तीन सदस्यीय कमेटी में दो जेल एआइजी स्तर के पदाधिकारी भी शामिल हैं।
अमन सिंह हत्याकांड की सभी बिंदुओं पर जांच
जेल आइजी ने कहा है कि इस मामले में सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। कैसे जेल में हथियार पहुंचा, जेल में किस पदाधिकारी-कर्मी की ओर से लापरवाही बरती गई। इन सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है।
वह आगे कहते हैं, जिन लोगों की लापरवाही जांच में सामने आती है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई तो होगी ही उनके विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। धनबाद जेल में हुए गोली कांड मामले में धनबाद के डीसी व एसएसपी के स्तर से भी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जांच कराई जा रही है।
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी झामुमो पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर इसे लेकर कहा है कि राज्य के मुखिया ही अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं।
धनबाद जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमन सिंह की जेल में ही गोली मार कर हत्या कर दिये जाने की खबर झारखंड की क़ानून व्यवस्था की पोल खोल रही है।
मैं शुरू से ही कहता रहा हूँ कि जब जेल में बंद अपराधी, दलाल, बिचौलिये अधिकारियों और सत्ताधारियों से मिलकर जेल से ही मोबाइल के ज़रिए सरकार…
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