JDU Leader: जदयू नेता के साथ हो गया 'धोखा', दिल्ली के अस्पताल में पत्नी को भर्ती कराने पर पता चला तो दर्ज कराई FIR
Jharkhand JDU News झारखंड में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश महासचिव के साथ फर्जीवाड़ा होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज हो गई है। दरअसल जदयू नेता और उनकी पत्नी को मृत बताकर उनके बीमा की राशि निकाल ली गई है। इसका उन्हें तब पता चला जब उन्होंने अपनी पत्नी को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। JDU News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के झारखंड में प्रदेश महासचिव के साथ 'धोखा' होने का मामला सामने आया है।
झारखंड जदयू के प्रदेश महासचिव सुशील सिंह और उनकी पत्नी सरोज कुमारी सिंह को मृत घोषित कर उनके बीमा की राशि निकासी कर ली गई है। मामले को लेकर सिंह ने बैंक मोड़ थाने में प्राथमिकी कराई है।
धोखाधड़ी करने का आरोप बैंक मोड़ स्थित ओजोन प्लाजा के तीसरे तल पर संचालित निभा बुपा कंपनी के पूर्व प्रबंधक प्रशांत कुमार झा और एजेंट रंजय कुमार सिंह पर लगा है। राशि की नकासी किसी पायल सिन्हा के खाते में हुई है।
क्या है पूरा मामला
इस मामले में सुशील सिंह ने बताया कि वर्ष 2022 में निभा बुपा नामक एक बीमा कंपनी के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर प्रशांत कुमार झा और अभिकर्ता रंजय कुमार सिंह उनके घर आए थे।
उन दोनों ने उन्हें बीमा कराने का आग्रह किया। दोनों के कहने पर सिंह ने स्वयं और अपनी पत्नी सरोज कुमारी सिंह के नाम पर हेल्थ इंश्योरेंस कराया। इस बीमा के एवज में सिंह ने 11 किस्तों में कुल 2,65,347 रुपये का भुगतान किया।
यह पॉलिसी 29 मार्च 2025 तक मान्य है। सिंह ने बताया कि इस बात की जानकारी उन्हें तब हुई जब उनकी पत्नी की तबीयत बहुत अधिक खराब हो गई। उन्होंने सरोज कुमारी सिंह को दिल्ली के बीएलके मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया।
सरोज सिंह को यहां वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस क्रम में जब सुशील सिंह ने अपनी पॉलिसी दी तो पता चला कि यह समाप्त हो चुकी है और इसकी राशि का भुगतान किया जा चुका है।
जानकारी मिलने पर सिंह ने तत्काल पूर्व प्रबंधक झा और एजेंट रंजय से संपर्क किया। हालांकि, दोनों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद वे पत्नी का इलाज कराकर अगस्त 2024 में धनबाद लौटे और वर्तमान ब्रांच प्रबंधक गौतम शर्मा से संपर्क किया।
ये पायल शर्मा कौन है?
गौतम शर्मा ने अपने कंपनी मुख्यालय से सारे तथ्यों का पता लगाया। इस दौरान यह बात पता चली कि पायल शर्मा नामक उनकी नॉमिनी के नाम पर बीमा राशि का भुगतान कर दिया गया है। पायल शर्मा को उनकी बेटी बताया गया है।
इसके बाद सिंह ने मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज करा दी। सुशील सिंह ने कहा कि राशि का भुगतान करने के लिए उन्हें और उनकी पत्नी को मृत बताया गया है।
उन्होंने सीधे तौर पर कंपनी पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सिंह ने कहा कि वे इस मामले को लेकर उपभोक्ता फोरम में भी शिकायत करेंगे।
प्रशांत व रंजय ने छोड़ी कंपनी
सुशील सिंह ने निभा बुपा कंपनी के पूर्व प्रबंधक प्रशांत कुमार झा और एजेंट रंजय सिंह पर धोखाधड़ी का आारोप लगाया है। इधर, इन दोनों ने कंपनी को छोड़ दिया है। वर्तमान प्रबंधक गौतम शर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर लीगल टीम जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें
Jharkhand News: गुजरात में बंधुआ मजदूर बनाए गए झारखंड के 11 युवकों की रिहाई, जानिए पूरा मामला