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Jharkhand Government School: बच्चों की सुरक्षा को लेकर 164 बिंदुओं पर JEPP ने मांगी जानकारी

बच्चे स्कूलों में कितने सुरक्षित हैं उनकी सुरक्षा के लिए क्या बंदोबस्त हैं आपात स्थिति में सुरक्षा के लिए क्या किया जाएगा समेत तमाम सुरक्षा मानकों को लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी है।

By Atul SinghEdited By: Updated: Thu, 09 Jun 2022 04:09 PM (IST)
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बच्चे स्कूलों में कितने सुरक्षित हैं, उनकी सुरक्षा के लिए क्या बंदोबस्त हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)
जागरण संवाददाता, धनबाद : बच्चे स्कूलों में कितने सुरक्षित हैं, उनकी सुरक्षा के लिए क्या बंदोबस्त हैं, आपात स्थिति में सुरक्षा के लिए क्या किया जाएगा समेत तमाम सुरक्षा मानकों को लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। जेईपीसी की ममता लकड़ा ने वीसी के माध्यम से बैठक की। इस दौरान 164 बिंदुओं पर चर्चा की गई।

जिला में सरकारी स्कूलों की संख्या 1727 है, वहीं करीब तीन सौ निजी स्कूल भी हैं। सुरक्षा मानकों को लेकर करीब 164 से ज्यादा सवाल फार्म के जरिए स्कूलों को भरना है। इस फार्म में फायर सेफ्टी सिस्टम हैं या नहीं, स्कूल ट्रेनिंग के लिए आपदा प्रबंधन समिति अथारिटी के साथ संपर्क में है या नहीं।

स्कूल ने अपने सभी कर्मचारियों से जेजे एक्ट के तहत किसी भी तरह के अपराध में लिप्त होने का शपथ पत्र लिया है या नहीं, आपदा की स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है या नहीं। स्कूल भारतीय खेल प्राधिकरण की गाइडलाइन का पालन कर रहे है या नहीं। स्कूल का सेफ्टी सर्टिफिकेट रिन्यू कराया जाता है या नहीं। साइबर सुरक्षा समेत कुल 164 मापदंडो को लेकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस, जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह, एडीपीओ विजय कुमार, एपीओ प्रदीप रवानी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

इस तरह से बनाई जानी है रिपोर्ट

स्कूलों के सुरक्षा मानकों के तहत स्कूल, भवन, व विद्यार्थियों की विस्तृत जानकरी दी जानी है। इसी तरह स्कूल में पूर्व में हुई कोई दुर्घटना, रिस्क एनालिसिस, किसी जोखिम की पहचान, इसे दूर करने की संभावनाएं, जोखिम से निपटने के लिए क्या तैयारी है, कम्यूनिकेशन सिस्टम, बचाव टीम, फायर सेफ्टी टीम, प्राथमिक उपचार टीम, पानी एवं सफाई टीम, रोड सेफ्टी टीम, समन्वय टीम, बचाव का मैप, माक ड्रिल सहित अन्य बिंदुओं पर भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके अलावा इस प्लान के तहत स्कूलों को आपात स्थिति में निकासी प्लान क्या है, उसका नक्शा बनाकर भी देना होगा।

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