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महिला रोजगार के मामले में देश में तीसरे पायदान पर झारखंड, पिछले वर्ष पुरुषों की तुलना में भी रहीं आगे

ताजा आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि रोजगार के मामले में झारखंड में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा एक्टिव होकर अपने साझेदारी दर्ज करा रही हैं। पिछले वर्ष के आंकड़ों पर नजर डालें तो राज्य में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ज्यादा कामकाजी हैं।

By Jagran NewsEdited By: Ritu ShawUpdated: Thu, 22 Dec 2022 09:58 AM (IST)
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महिला रोजगार के मामले में देश में तीसरे पायदान पर झारखंड, पिछले वर्ष पुरुषों की तुलना में भी रहीं आगे

जागरण संवाददाता, धनबाद: आधी आबादी में नौकरी को लेकर उत्साह बढ़ा है। राज्य में अब पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा संख्या में नौकरी कर रही हैं। पिछले साल पुरुषों की तुलना में 8.1 प्रतिशत ज्यादा महिलाओं को नौकरी पानेवाले पुरुषों की संख्या में 5.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। वहीं महिलाओं की संख्या 13.4 प्रतिशत थी। यह जानकारी बीते दिनों लोकसभा में पूछे गए एक सवाल में श्रम व रोजगार मंत्री ने दी।

हालांकि, राज्य में कुल कामकाजी लोगों का आंकलन करें तो पुरुषों की संख्या ज्यादा है। राज्य के 71.8 प्रतिशत पुरुषों ऐसे हैं जिन्होंने स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और उनके पास नौकरी है। वहीं 36.4 प्रतिशत महिलाएं कहीं ना कहीं नौकरी कर रही हैं। इस मामले में राज्य की महिलाएं देश में तीसरे स्थान पर हैं। झारखंड से ऊपर 51 प्रतिशत के हिमाचल प्रदेश टॉप पर है, तो वहीं 44.9 प्रतिशत के साथ गोवा दूसरे स्थान पर है।

पिछले तीन साल में युवाओं का रोजगार दर-

साल 2018 से 2019 के बीच 66.5% पुरुष और 23% महिलाओं के पास रोजगार।

साल 2019 से 2020 के बीच 67% पुरुष और 21.4% महिलाएं के पास आमदनी के साधन। हालांकि, इसमें एक तरफ जहां पुरुषों की संख्या बढ़ी है, तो वहीं महिलाओं की प्रगति में कमी देखने को मिली। साल 2020 से 2021 के बीच पुरुष और महिला दोनों के रोजगार दर में भारी उछाल देखने को मिला। 2020-2021 के बीच लगभग पांच प्रतिशत के उछाल के साथ पुरुषों में रोजगार दर 71.8% देखने को मिला। तो वहीं महिलाओं में 15% की उछाल के साथ 36.4% प्रतिशत रोजगार दर रिकॉर्ड किया गया।

विदेशों में महिलाओं का कामकाजी होना आम बात है। लेकिन भारत में अगर किसी राज्य में ऐसी महिलाओं की संख्या ज्यादा हो जो खुद अपने पैरों पर खड़ी हो तो ये देश के प्रगतिशील होने को दर्शाता है। इसमें झारखंड तीसरे पायदान पर है। यहां देखें ऐसे राज्य-

देश में कामकाजी महिलाओं की संख्या-

हिमालचल प्रदेश- 51%

गोवा- 44.9%

झारखंड- 36.4%

केरल- 32.3%

तमिलनाडु- 30.3%

बंगाल- 27.4%

महाराष्ट्र- 27%

उत्तराखंड- 25.8%

देश में कामकाजी पुरुष की संख्या-

हिमाचल प्रदेश- 80.1%

कर्नाटक- 78.7%

मध्य प्रदेश- 76.9%

तेलंगाना- 75.5%

बंगाल- 74.3%

पंजाब- 74.2%

महाराष्ट्र- 74%

तमिलनाडु- 72.6%

इन राज्यों में है सबसे ज्यादा बेरोजगारी-

वैसे तो देश में सबसे ज्यादा शिक्षित लोगों की संख्या में केरल में है, लेकिन रोजगार के मामले में ये राज्य सबसे पीछे है। आंकड़े बताते हैं कि केरल में 33.7 प्रतिशत लोगों के पास काम नहीं है। इसी के साथ भारत के कुछ अन्य राज्य भी हैं, जहां लोग बेरोजगार बैठे हुए हैं। यहां देखें सूची-

केरल में बेरोजगारी - 33.7%

उत्तराखंड में बेरोजगारी- 21%

तमिलनाडु में बेरोजगारी- 20.4%

पंजाब में बेरोजगारी- 18.8%

बिहार में बेरोजगारी- 17%

ओडिशा में बेरोजगारी- 16.9%

दिल्ली में बेरोजगारी-15.9%

हरियाणा में बेरोजगारी-15.3%

बेरोजगारी दर में झारखंड की स्थिती बेहतर

अगर बेरोजगारी दर की बात की जाए तो, बीते वर्ष राज्य की स्थिती देश के कई बड़े राज्यों से बेहतर है। झारखंड में बेरोजगारी दर 7.9 प्रतिशत है। राज्य के अधिकतर युवा या तो स्वरोजगार से जुड़े हुए हैं या फिर किसी ना किसी नौकरी में हैं। हालांकि, राज्य से लगातार हो रहे पलायन के कारण भी यह आंकड़ा काफी कम दिख रहा है। दूसरी तरफ देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी केरल में है। यहां यह आंकड़ा 33.7 प्रतिशत है।

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